अच्छी बारिश में धुला भारी प्रदूषण का दाग
अच्छी बारिश में धुला जबरदस्त प्रदूषण का दागअच्छी बारिश में धुला जबरदस्त प्रदूषण का दागअच्छी बारिश में धुला जबरदस्त प्रदूषण का दागअच्छी बारिश में धुला जबरदस्त प्रदूषण का दाग
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : लगातार दो दिन हुई बारिश खतरनाक स्तर तक पहुंच चुके प्रदूषण के स्तर को कम करने में मददगार साबित हुई है और एयर क्वालिटी इंडेक्स 170 तक आ गया।
गौरतलब है कि वायु में प्रदूषण का स्तर 470 के भी पार पहुंच चुका था और इस कारण औद्योगिक नगरी का नाम प्रदूषण के मामले में देश भर में पहले स्थान पर आने से बदनामी का दंश झेल रही थी। वैसे यह स्थिति दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न शहरों में पिछले एक पखवाड़े से भी अधिक समय से चली आ रही थी। इन सबके चलते सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित पर्यावरण प्रदूषण(निवारण एवं नियंत्रण) प्राधिकरण यानी ईपीसीए ने दिल्ली-एनसीआर में हर तरह के निर्माण कार्यों पर भी रोक लगा दी थी और दिल्ली में पिछले दिनों भारी वाहनों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लग गया था, यहां तक की प्रदूषण के चलते दिवाली पर आतिशबाजी करने पर भी रोक लगानी पड़ी।
प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए नगर निगम पेड़ों पर छिड़काव कर रहा था, सड़क किनारों पर लगे मिट्टी के ढेर उठवाए जा रहे थे। एनजीटी को भी दखल देना पड़ा था और प्रदूषण को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कार्रवाई तक हुई। खैर मंगलवार रात को जब थोड़ी बारिश हुई, तो इससे कुछ-कुछ राहत मिली और इधर बुधवार रात्रि फिर जोरदार बारिश हुई, तो इससे प्रदूषण का स्तर कम होने की आशा जग गई। बृहस्पतिवार सुबह यह साबित भी हो गया। अगले दिन 15 नवंबर को वातावरण में सुबह पांच बजे से लेकर शाम पांच बजे तक पीएम 2.5 का औसत स्तर यानि एयर क्वालिटी इंडेक्स 270 के आसपास रहा, जबकि रियल टाइम एयर क्वालिटी इंडेक्स 170 तक गिर गया। बारिश से सुबह व शाम के समय हल्की ठंड जरूर बढ़ गई है, पर दिन भर मौसम साफ रहा।
लगातार बारिश हमारे शहर के लिए राहत लेकर आई है। प्रदूषण का स्तर सुधारने के लिए प्रकृति से ही आस थी और कुदरत ने अपना काम किया है और हम भी नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठा रहे हैं। शहरवासियों से अपील है कि कूड़ा जलते हुए देखें, तो तुरंत नगर निगम और फायर ब्रिगेड को सूचित करें। निजी वाहनों की बजाय सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करें और प्रदूषण नियंत्रण में सहयोग दें।
-विजय चौधरी, क्षेत्रीय अधिकारी, फरीदाबाद, हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड।