वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग को क्यों नहीं दिखाई दे रही यह आग
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग व हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम को रात में जलने वाले आग नहीं दिखाई दे रही है शायद।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग व हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमें यूं तो वायु प्रदूषण बढ़ाने वाली गतिविधियों पर निगरानी व कार्रवाई का दावा कर रही हैं, पर सरूरपुर औद्योगिक क्षेत्र में एक बड़े भू-भाग पर रोजाना रात को जलने वाले पाइप, टायर, पुराने मोबाइल, कंप्यूटर व अन्य तरह के कचरे में लगाई जा रही आग उनकी नजर से अछूते हैं।
सरूरपुर औद्योगिक क्षेत्र में दिन ढलते ही रसायनिक कचरे में आग लगा दी जाती है। इससे 100 मीटर ऊंचाई तक काला धुआं होता है। ऐसे में आसपास रह रहे लोगों का सांस लेना मुश्किल हो जाता है। स्थानीय निवासियों के अनुसार यहां कई एकड़ में रासायनिक कचरा जलाया जा रहा है। स्थानीय पुलिस चौकी, नगर निगम व अन्य विभाग के अधिकारियों को इस बारे में जानकारी है, लेकिन मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं हो पा रही है। जलने के बाद कचरे में विभिन्न धातु को एकत्रित किया जाता है। बताया जाता है कि यह बड़ा कीमती होता है।
मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता वरुण श्योकंद ने जलते हुए कचरे की वीडियो तैयार की है और मुख्यमंत्री, निगमायुक्त व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को भेजी है। वरुण ने हैरानी जताई कि यह हाल तो तब है जब आयोग की टीम रोज निगरानी कर रही है। बोर्ड के अधिकारी टीम को जानबूझकर ऐसी जगह नहीं ले जा रहे हैं, जहां इस तरह से नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अधिकारियों से आग्रह किया है कि इस बारे में तुरंत कार्रवाई करें। धातु प्राप्त करने के लिए रसायनिक कचरे में आग लगाए जाने की सूचना मिली है। कचरे में आग रात को लगाई जाती है। इसकी जांच कराई जाएगी। इस मामले में सख्त कार्रवाई होगी।
-दिनेश कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड