मौजपुर में छापेमारी कर छह के खिलाफ मामला दर्ज किया
जिला पीएनडीटी और दिल्ली पीएनडीटी की टीम ने शुक्रवार देर दिल्ली के मौजपुर में छापेमारी कर छह के खिलाफ मामला दर्ज किया।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : जिला पीएनडीटी और दिल्ली पीएनडीटी की टीम ने शुक्रवार देर रात दिल्ली के मौजपुर क्षेत्र में एक अल्ट्रासाउंड केंद्र पर भ्रूण जांच के मामले में कार्रवाई की है। इस बाबत वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. हरजिदर सिंह की शिकायत पर जाफराबाद थाने में छह लोगों के खिलाफ पीएनडीटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और भ्रूण जांच में लिप्त रेनू एवं किशोर कुमार नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.रणदीप सिंह पूनिया को शिकायत मिली थी कि दिल्ली के मौजपुर में अवैध तरीके से गर्भवतियों के भ्रूण की जांच की जा रही है। उन्होंने शिकायत के आधार पर पीएनडीटी टीम के नोडल अधिकारी डा. हरीश आर्या के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। टीम में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा.हरजिदर सिंह, डा.राखी मुख्य रूप से शामिल थे। इसके बाद छापेमारी के लिए एक गर्भवती को तैयार किया। गर्भवती ने दलाल से संपर्क किया और नौ हजार रुपये में भ्रूण जांच करने को तैयार हो गया था। दलाल ने गर्भवती को मौजपुर मेट्रो स्टेशन के पास बुलाया। वहां पर गौरव पंडित नाम का दलाल आया और उसे रेनू वर्मा नाम की महिला के घर पर ले गया। यहां पर कमल नाम का व्यक्ति भ्रूण की जांच करता है। उसने लड़की के भ्रूण की पुष्टि की। छापेमारी की भनक आरोपितों को लग गई थी। इसके चलते आनन फानन में गर्भवती को गौरव पंडित अपने साथ ले गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कुछ लोगों को गौरव पंडित के पीछे भेज दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दिल्ली पुलिस के सहयोग से उसके घर पर छापेमारी शुरू कर दी। छापेमारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग की दूसरी टीम गर्भवती महिला को ढूंढ कर ले आई, लेकिन अन्य लोग फरार हो गए थे। गर्भवती ने बताया कि यह मकान किशोर कुमार का है और रेनू किराये पर रहती है। इनके अलावा अंकित, पंकज, कपिल, प्रदीप भी शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रणदीप सिंह पूनिया ने बताया कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को साकार करने के लिए छापेमारी करना आवश्यक है। शिकायत में दिल्ली के अलावा गाजियाबाद, नोएडा का भी जिक्र है। जल्द ही वहां पर भी कार्रवाई की जाएगी।