राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने डीजीपी से तलब की रिपोर्ट
फरीदाबाद के आदर्श नगर थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा एक महिला के साथ बेल्ट से पिटाई के मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजकर छह हफ्तों में रिपोर्ट तलब की है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : पुलिसकर्मियों द्वारा एक महिला की बेल्ट से पिटाई के मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अखबारों में प्रकाशित खबरों के आधार पर स्वत: संज्ञान लेते हुए हरियाणा के पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजकर छह हफ्तों में रिपोर्ट तलब की है। आयोग द्वारा जारी नोटिस में दोषी लोक सेवकों के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले की स्थिति सहित विस्तृत रिपोर्ट के लिए कहा है। उन्होंने अखबारों में प्रकाशित घटना को चौंकाने वाली बताया और कहा यदि यह सही है, तो मानवाधिकारोंके उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है।
आयोग ने यह भी टिप्पणी की है कि फरीदाबाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का हिस्सा होने के कारण, हरियाणा के सबसे उन्नत शहरों में से एक माना जाता है। ऐसे में पुलिसकर्मियों द्वारा एक महिला पर थाना परिसर में ऐसी क्रूर और अमानवीय कृत्य इंगित करता है कि लोक सेवक न सिर्फ अपने कर्तव्य का निर्वाह करने में असफल रहे बल्कि अपनी हिरासत में गैरकानूनी और अनैतिक तरीके से काम करके महिला के सम्मान को भी ठेस पहुंचाई है।
बता दें कि सोमवार को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें आदर्श नगर थाना परिसर में ही रात्रि के समय कुछ पुलिस कर्मी एकत्रित हैं और खुले आंगन में एक पुलिस कर्मी हाथों में बेल्ट लिए बुरी तरह से एक महिला की पिटाई कर रहा है और उससे कुछ उगलवाने का प्रयास कर रहा है। बीच-बीच में पुलिस कर्मी आपस में अससंदीय भाषा का प्रयोग भी करते सुनाई दे रहे हैं। यह वीडियो अक्टूबर-2018 का है। इस मामले में पुलिस आयुक्त संजय कुमार ने त्वरित संज्ञान लिया था और पांचों पुलिस कर्मियों में हेड कांस्टेबल बलदेव, रोहित और तीन एसपीओ कृष्ण, दिनेश, हरपाल के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए थे। इनमें दोनों हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है और तीनों एसपीओ को बर्खास्त कर दिया गया था। अब सभी आरोपितों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।
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