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दो साल पहले हुआ था कलेजे के टुकड़े का अपहरण, मां-बाप ने छोड़ दी थी आस, फिर एक दिन...

वीडियो देखकर ललितपुर यूपी की पुलिस ने एएसआइ से संपर्क किया। बच्चे का पालन पोषण कर रहे दंपती ने भी संपर्क किया। स्टेट क्राइम ब्रांच ने उस दंपती से बच्चे से जुड़े दस्तावेज मांगे तो वे दिखा नहीं पाए। पूछताछ करने पर उन्होंने बच्चे को खरीदने की बात कही।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 07:36 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 07:36 PM (IST)
दो साल पहले हुआ था कलेजे के टुकड़े का अपहरण, मां-बाप ने छोड़ दी थी आस, फिर एक दिन...
क्राइम ब्रांच द्वारा परिवार से मिलाए जाने के बाद राज अपने पिता हरगोविंद की गोद मेें।

फरीदाबाद (हरेंद्र नागर)। यूपी के ललितपुर से दो साल पहले अपहरण किए गए जिस पांच वर्षीय बच्चे के मिलने की आस परिवार छोड़ चुका था। क्राइम ब्रांच ने उसे चुटकियों में परिवार से मिला दिया है। ललितपुर यूपी के नई बस्ती क्षेत्र निवासी हरगोविंद और उनकी पत्नी ने दो साल में न जाने कितने मंदिरों में माथा टेककर, झोली फैलाकर अपने बेटे को वापस पानी की फरियाद मांगी। आखिर भगवान ने उनकी सुन ली। स्टेट क्राइम ब्रांच की फरीदाबाद शाखा में तैनात पुलिसकर्मी परिवार की जिंदगी में देवदूत बनकर आए। उन्होंने बच्चे को परिवार से मिला दिया है। अपने कलेजे के टुकड़े को वापस पाकर खुशी का ठिकाना नहीं हैं। ललितपुर नई बस्ती क्षेत्र निवासी हरगोविंद ने बताया कि उनके बेटे का नाम राज है। 2 जुलाई 2018 को घर के बाहर से किसी ने बच्चे का अपहरण कर लिया था। वहां की पुलिस ने भी बच्चे की तलाश में खूब हाथ-पैर मारे, मगर सफलता हाथ नहीं लगी।

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इस तरह बच्चा पहुंचा असली माता-पिता के पास

क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआइ अमर सिंह ने बताया कि अपहरण करने वाले व्यक्ति ने बच्चे को एक दिल्ली के एक निसंतान दंपती को बेच दिया था। तभी से वही दंपती बच्चे का पालन पोषण कर रहे थे। इसी 25 नवंबर को बच्चा इस दंपती के पास से भी गुम हो गया। भटकते हुए दिल्ली पुलिस को मिला तो उसे शेल्टर हाेम पहुंचाया गया। स्टेट क्राइम ब्रांच के एएसआइ अमर सिंह ने बताया कि दिल्ली के शेल्टर होम की अधिकारी भावना ने उनसे संपर्क कर बच्चे का परिवार ढूंढने में मदद मांगी। एएसआइ अमर सिंह ने बच्चे की वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल की।

वीडियो देखकर ललितपुर यूपी की पुलिस ने एएसआइ से संपर्क किया। बच्चे का पालन पोषण कर रहे दंपती ने भी संपर्क किया। स्टेट क्राइम ब्रांच ने उस दंपती से बच्चे से जुड़े दस्तावेज मांगे तो वे दिखा नहीं पाए। पूछताछ करने पर उन्होंने बच्चे को एक व्यक्ति से खरीदने की बात कही। इससे पहले की क्राइम ब्रांच उनसे बच्चा बेचने वाले के बारे में ज्यादा पूछताछ कर पाती, वे रफूचक्कर हो गए। इसके बाद ललितपुर पुलिस बच्चे के असली माता-पिता को लेकर पहुंची। पूरी जांच पड़ताल के बाद क्राइम ब्रांच को तसल्ली हो गई कि बच्चा उन्हीं का है। अब स्टेट क्राइम ब्रांच ने बच्चा उन्हें सौंप दिया।

माता-पिता की गोद में जाकर खुशी से फूल नहीं समाया राज 

राज ने भी अपने माता-पिता और भाई बहनों को तुरंत पहचान लिया। उनकी गोद में जाकर वह खुशी से फूला नहीं समाया। बेटे को गोद में उठाकर राज की मां खुशी से रो पड़ी। भाई-बहनों की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ललितपुर पुलिस अब बच्चे का अपहरण करने व खरीदने वाले दंपती की तलाश में जुट गई है। क्राइम ब्रांच की टीम में महिला एएसआइ शीतल, सिपाही मोहनलाल व दीपक की अहम भूमिका रही।

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