अमन अली के उन्नाव जाने की जिद बन गई जिंदगी का आखिरी सफर, सड़क हादसे में मौत
कन्नौज में सड़क हादसे में सोमवार रात 11 बजे अमन अली और सज्जाद खान की मौत हो गई। अमन के एक छोटी बहन जैनब फातिमा है और छोटा भाई अफजल अली है।
फरीदाबाद (अनिल बेताब)। किसे पता थी कि अमन अली के चाचा मरहूम (स्व.) मोहम्मद अहमद के 40वें पर उन्नाव जाने की जिद उसके लिए जिंदगी का आखिरी सफर बन जाएगी। पिता अतहर अली को मछली मंडी में काम था, तो भेज दिया बेटे को। सीनियर श्री राम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 12वीं कक्षा का छात्र अमन अली कोरोना संकट के चलते स्कूल बंद होने से कई दिनों से घर से बाहर भी नहीं निकला था। चाचा अफरोज अली भी उन्नाव जा रहे थे, तो उनसे अमन ने कहा कि उसे भी उन्नाव में फातिहा में शरीक होने की चाहत है।
फातिहा में कुरान शरीफ का पाठ होगा और अल्लाह से दुआ करेंगे कि मरहूम चाचा को जन्नत नसीब हो। इस पर दादा सज्जाद व चाचा अफरोज ने अमन को ले जाने की हामी भर दी। इसके बाद सोमवार दोपहर बाद एनआइटी जवाहर कॉलोनी सारन स्कूल रोड निवासी अमन अली, उसके चाचा अफरोज, दादा सज्जाद खान के साथ ही करीबी रिश्तेदार आबिद और नाजिम अली उन्नाव के लिए रवाना हुए थे।
कन्नौज में सड़क हादसे में सोमवार रात 11 बजे अमन अली और सज्जाद खान की मौत हो गई। अमन के एक छोटी बहन जैनब फातिमा है और छोटा भाई अफजल अली है। अमन की मां महलका बेगम का रो-रोकर बुरा हाल था। अमन के पिता अतहर अली का मछली का थोक का कारोबार है। चाचा सिकंदर ने बताया कि अमन अली कहता था कि वह मछली के कारोबार से नहीं जुड़ेगा, पढ़-लिख कर सीए बनेगा, मगर अल्लाह को कुछ और ही मंजूर था। माता-पिता के सपने भी धरे रह गए।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो