Nikita Murder Case: तौशीफ को नीमका जेल में जान का खतरा, आरोपित ने कोर्ट से लगाई गुहार
वकील एदल सिंह रावत ने बताया कि तौशीफ का सगा मामा पुन्हाना निवासी इस्लामुद्दीन बदमाश है। उसके ऊपर हरियाणा व दिल्ली में कई मुकदमे दर्ज हैं। साल 2018 में उसने गुरुग्राम में तैनात एक इंस्पेक्टर का अपहरण कर लिया था।
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। निकिता हत्याकांड के आरोपित तौशीफ ने नीमका जेल में अपनी जान को खतरा बताते हुए अदालत से भौंडसी गुरुग्राम जेल में शिफ्ट करने की मांग की। अदालत ने उसकी मांग को खारिज करते हुए नीमका जेल भेज दिया है। निकिता पक्ष के वकील एदल सिंह रावत ने बताया कि आरोपित को न्यायाधीश प्रियंका जैन की अदालत में पेश किया गया था। उसने अदालत से कहा कि नीमका जेल में उसके ऊपर हमला हो सकता है, इसलिए उसे गुरुग्राम जेल में शिफ्ट करने का आदेश दिया जाए। अदालत ने उसकी मांग नहीं मानी।
वकील एदल सिंह रावत ने बताया कि तौशीफ का सगा मामा पुन्हाना निवासी इस्लामुद्दीन बदमाश है। उसके ऊपर हरियाणा व दिल्ली में कई मुकदमे दर्ज हैं। साल 2018 में उसने गुरुग्राम में तैनात एक इंस्पेक्टर का अपहरण कर लिया था। उस मामले में वह भौंडसी जेल में 10 साल की सजा काट रहा है। इसलिए आरोपित तौशीफ ने भी भौंडसी जेल में शिफ्ट करने की मांग की।
तौशी को कोर्ट में किया गया पेश
निकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपित तौशीफ की दो दिन की रिमांड पूरी होने पर एसआइटी ने उसे अदालत में पेश किय। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। वहीं बुधवार रात नूंह से गिरफ्तार किए गए आरोपित अजरुद्दीन को भी अदालत में पेश किया गया। उसे भी जेल भेजा गया है। अजरुद्दीन पर तौशीफ को देसी पिस्तौल उपलब्ध कराने का आरोप है। तौशीफ के साथी रेयान की रिमांड कल पूरी होगी। ऐसे में उसे कल अदालत में पेश किया जाएगा।
तौशीफ की कार से भी सबूत जुटाने की कोशिश में एसआइटी
वहीं, निकिता हत्याकांड में एसआइटी ऐसा कोई बिंदु नहीं छोड़ना चाहती, जिसका आरोपितों को अदालत में लाभ मिल सके। इसलिए एसआइटी आरोपित तौशीफ की कार की भी फारेंसिक जांच कराएगी। आरोपितों की निशानदेही पर एसआइटी ने बुधवार को यह कार सोहना-तावडू रोड से बरामद की थी। यह वही कार है जिसमें सवार होकर तौशीफ और उसका साथी रेहान सोमवार को अग्रवाल कालेज के सामने पहुंचे थे और निकिता की हत्या कर फरार हुए। सीसीटीवी फुटेज में भी यह कार स्पष्ट रूप से दिख रही है। सीसीटीवी फुटेज के अलावा एसआइटी अधिक से फारेंसिक साइंस आधारित साक्ष्य भी जुटा रही है, जिनसे कड़ी से कड़ी जोड़कर आरोपितों को अदालत से दोषी ठहराया जा सके। फारेंसिक टीम कार के टायरों के निशान का सैंपल लेगी।
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