नीलम ओवरब्रिज : क्षतिग्रस्त पिलर्स की मरम्मत के लिए नगर निगम को नहीं मिल रहा ठेकेदार
नीलम ओवरब्रिज के पिलर्स मरम्मत करने के लिए नगर निगम को कोई ठेकेदार नहीं मिल पा रहा है। नीलम ओवरब्रिज से दोनों तरफ से वाहनों के आवागमन का सिलसिला शुरू होने में अभी और समय लगेगा। जर्जर पिलर्स की मरम्मत के लिए 12 नवंबर को टेंडर प्रक्रिया शुरू की।
फरीदाबाद(अनिल बेताब)। नीलम ओवरब्रिज के पिलर्स मरम्मत करने के लिए नगर निगम को कोई ठेकेदार नहीं मिल पा रहा है। नीलम ओवरब्रिज से दोनों तरफ से वाहनों के आवागमन का सिलसिला शुरू होने में अभी और समय लगेगा।
निगम ने जर्जर पिलर्स की मरम्मत के लिए 12 नवंबर को टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी। हफ्ते भर बाद टेंडर खोले जाने थे। संबंधित कंपनी को जर्जर पिलर्स की पूरी तरह मरम्मत करने के लिए 45 दिन का समय दिया जाता, मगर 23 नवंबर तक कोई भी ठेकेदार आगे नहीं आया है। अब निगम ने नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। अभी तक नीलम ओवरब्रिज से एक तरफ से ही आवागमन चालू है।
बता दें कि 22 अक्टूबर को नीलम ओवरब्रिज के नीचे कबाड़ में आग लग गई थी। आग लगने से ओवरब्रिज के पिलर्स बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। उस समय ओवरब्रिज से दोनों तरफ का अवागमन बंद कर दिया गया था। नीलम से अजरौंदा, राष्ट्रीय राजमार्ग जाने वाले ओवरब्रिज के पिलर्स की हालत अधिक खराब थी। ऐसे ही अजरौंदा से नीलम चौक की तरफ आने वाले पिलर्स कम क्षतिग्रस्त हुए थे।
निगम ने लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार से पिलर्स की छोटी-मोटी मरम्मत करके इस रास्ते को आवागमन के लिए 2 नवंबर शाम को खोल दिया गया था, मगर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी, जो अभी तक बरकरार है। निगम ने निजी एजेंसी के इंजीनियर्स को भी मौके पर बुलाया था। निजी एजेंसी की सलाह के बाद ही टेंडर प्रकिया शुरू की गई थी।
नए सिरे से किए गए टेंडर
नगर निगम के कार्यकारी अभियंता ओपी कर्दम कहते हैं कि लगभग 24 लाख रुपये की लागत से ओवरब्रिज के जर्जर पिलर्स की मरम्मत की जानी है। कार्य पूरा करने को ठेकेदार को 45 दिन तक समय दिया जाएगा। यह तभी संभव हो पाएगा, जब ठेकेदार आगे आएंगे। हमने नए सिरे से टेंडर लगा दिए हैं। काम पूरा होने के बाद नीलम ओवरब्रिज से भारी वाहन
आ-जा सकेंगे।
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