Move to Jagran APP

दिल्ली से सटे फरीदाबाद में एक शख्स ने किया मादा शेर की मौजूदगी का दावा, मचा हड़कंप

शेरनी की दहाड़ के चलते कांत एंक्लेव में मौके पर बांधी हुई गाय भी खूंटा तोड़कर भाग गई थी जिसे काफी मशक्कत के बाद पकड़ा गया है।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 10:56 AM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 11:16 AM (IST)
दिल्ली से सटे फरीदाबाद में एक शख्स ने किया मादा शेर की मौजूदगी का दावा, मचा हड़कंप
दिल्ली से सटे फरीदाबाद में एक शख्स ने किया मादा शेर की मौजूदगी का दावा, मचा हड़कंप

फरीदाबाद [प्रवीन कौशिक]। दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद शहर में एक शेरनी को देखे जाने की खबर से हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, सूचना देने के बावजूद वन विभाग के कर्मचारियों के नहीं पहुंचने पर लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। जागरण संवाददाता के मुताबिक, शहर के कांत एंक्लेव में शुक्रवार सुबह 6:30 बजे लकड़ पुर निवासी 22 वर्षीय कुणाल ने एक शेरनी देखने का दावा किया। उसने तत्काल इसकी सूचना अपने मामा नगेंद्र को दी। इसके बाद मौके पर काफी ग्रामीण पहुंच गए।

loksabha election banner

वहीं, ग्रामीणों का दावा है कि उन्होंने शेरनी की दहाड़ भी सुनी है। इतनी ही नहीं, कांत एंक्लेव में मौके पर बांधी हुई गाय भी खूंटा तोड़कर भाग गई थी, जिसे काफी मशक्कत के बाद पकड़ा गया है। वहीं, इसकी सूचना पुलिस व वन्य प्राणी जीव विभाग के अधिकारियों को दे दी गई थी, लेकिन कई घंटे तक मौके पर कोई नहीं पहुंचा है। इससे लोगों में खासी नाराजगी है।

वहीं, वन्य प्राणी जीव निरीक्षक चरण सिंह ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में न तो शेरनी है और ना ही बाघिन। यह भी हो सकता है कि कुणाल नामक युवक ने किसी तेंदुए को देखा हो। अभी इस मामले में वन्य प्राणी जीव विभाग जानकारी एकत्र कर रहा है। जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

जानिये- शेरनी के बारे में

बता दें कि शेरनी जब पहली बार मां बनती है, तो उसके शावकों की फौरन मौत हो जाती है या कह सकते हैं कि वह मृत शावकों को ही जन्म देती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शेरनी के बच्चे प्री-मेच्योर डिलीवरी (समय पूर्व प्रसव) के तहत हो जाते हैं पर जब शेरनी दोबारा बच्चों को जन्म देती है तो भी उनकी मौत हो सकती है। शावकों के बचने की संभावना न के बराबर होती है। उनके बचाव के लिए काफी संजीदगी रखनी पड़ती है। 

मादा शेर या शेरनी को एक दिन में 5 किलो मीट खाने के लिए चाहिए,  जबकि नर शेर को 7 किलो या उससे अधिक। यह भी सच है कि ज्यादातर शिकार का काम शेरनी करती है जबकि नर शेर सीमा पर नजर रखते हैं और झुंड की रक्षा करते हैं।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.