लापरवाही बरती, तो एसडीओ को भुगतना होगा दस हजार रुपये का जुर्माना
Faridabad News उपभोक्ताओं को संतोषजनक सेवाएं देना बिजली निगम की जिम्मेदारी है। ऐसी हिदायताें के साथ ही उपभोक्ता शिकायत निवारण फाेरम के चेयरमैन संजीव चोपड़ा ने सेक्टर-23 में बुलाई गई बैठक में 34 उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनीं। लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
फरीदाबाद [अनिल बेताब]। बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों का समय रहते निपटारा नहीं किया गया, तो एसडीओ पर दस हजार रुपये जुर्माना किया जाएगा। उपभोक्ताओं को संतोषजनक सेवाएं देना बिजली निगम की जिम्मेदारी है। ऐसी हिदायताें के साथ ही उपभोक्ता शिकायत निवारण फाेरम के चेयरमैन संजीव चोपड़ा ने सेक्टर-23 में बुलाई गई बैठक में 34 उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनीं। कई शिकायतों के निपटारे में देरी होने पर नाराजगी जताई।
बैठक में 12 शिकायतों का मौके पर ही निपटारा किया गया। बैठक में अधिकांश शिकायतें देरी से बिल भेजने तथा औसत रीडिंग का बिल भेजने संबंधी थीं। कृषि भूमि क्षेत्र में बिजली आपूर्ति सही न होने संबंधी भी शिकायत थीं। उपभोक्ता इस बात से खफा थे कि बिल जमा कराने के अंतिम दिनों में ही बिल भेजा जाता है। संजीव चोपड़ा ने कहा कि उपभोक्ताओं काे संतोषजनक सेवाएं देना हर एसडीओ और जेई की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि अगली बैठक 17 दिसंबर को होगी।
मेरी कंपनी का नवंबर 2018 में मीटर जल गया था। इसके बाद नया मीटर लगवाया था। अब तक औसत रीडिंग से बिल आ रहा है। नए मीटर को रिकार्ड में चढ़ाया ही नहीं गया है। अब अगली बैठक से पहले समस्या के समाधान को आश्वस्त किया गया है।
परविंद्र भडाना, प्रतिनिधि, टेलीकाम कंपनी, हर्ष काॅलोनी।
मेरी खोरी-जमालपुर में करीब दो एकड़ कृषि भूमि है। कई महीने पहले बिजली आपूर्ति ठीक थी। अब बिजली आपूर्ति सही नहीं है। फोरम में मैंने यही शिकायत दी है।
सोनिया हांडा।
बिजली निगम ने जून, 2018 के बाद से बिल भेजना बंद कर दिया था। फिर 19 अगस्त, 2020 को मुझे 1,46,968 रुपये का बिल भेजा गया। बिजली निगम का बिलिंग सिस्टम ठीक नहीं है।
हरीश रामपाल, सेक्टर-15 निवासी।
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