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फरीदाबाद शहर की 26 गांवों की पंचायतें खत्म, नगर निगम में किए जाएंगे शामिल

हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए फरीदाबाद शहर के 26 गांवों की पंचायतों को खत्म कर दिया है। अब ये सभी गांव निगम में शामिल किए जाएंगे।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 08 Sep 2020 02:01 PM (IST)Updated: Tue, 08 Sep 2020 02:01 PM (IST)
फरीदाबाद शहर की 26 गांवों की पंचायतें खत्म, नगर निगम में किए जाएंगे शामिल
फरीदाबाद शहर की 26 गांवों की पंचायतें खत्म, नगर निगम में किए जाएंगे शामिल

फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। जिले में 26 गांवों को नगर निगम सीमा में शामिल करने की योजना है। निगमायुक्त डॉ.यश गर्ग की ओर से संबंधित गांवों के नाम का उल्लेख करते हुए एक पत्र भेज कर सात विभागों से ब्योरा मांगा गया है कि किस गांव में कितना फीसद शहरीकरण हो चुका है। गांवों की जानकारी मिलने के बाद रिपोर्ट प्रदेश सरकार के पास भेजी जाएगी।

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मंगलवार को यह पत्र जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, जिला राजस्व अधिकारी, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम, हरियाणा राज्य औद्योगिक आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी), जिला नगर योजनाकार तथा जिला सांख्यिकी अधिकारी को भेजा गया है। इन विभागों से पूछा गया है कि गांवों की कुल कितनी जमीन कितनी है, कृषि योग्य जमीन कितनी है। कितना शहरीकरण हो चुका है। पंचायतों के पास फंड की क्या स्थिति है। गांवों का पूरा ब्योरा आने के बाद नगर निगम की ओर से प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा। इसके बाद अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो सरकर की ओर से अधिसूचना जारी होगी और गांवों को नगर निगम में शामिल कर लिया जाएगा।

इन गांवों को नगर निगम में लाया जाना है प्रस्तावित: खेड़ी गुजरान, सरूरपुर, समयपुर, नंगला जोगियान, खंदावली, सीकरी, जाजरु, मलेरना, साहूपुरा, चंदावली, मुजैड़ी, मिर्जापुर, नीमका, बड़ौली, भतौला, खेड़ी खुर्द, खेड़ी कलां, बादशाहपुर, टिकावली, तिलपत, पियाला, फरीदपुर, ददसिया, करौली, रिवाजपुर तथा ¨बदापुर शामिल हैं।

निगमायुक्त डॉ. यश गर्ग ने बताया कि अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के गांवों को निगम में शामिल करने का प्रस्ताव तैयार किया है। अभी तो पहले चरण का काम है। हमने कई विभागों से इन गांवों का ब्योरा मांगा है। पूरी जानकारी मिलने के बाद प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। इसके बाद संबंधित गांवों से आपत्तियां भी मांगी जाएंगी। वैसे यह नियम भी है कि जिन गांवों का 60 फीसद हिस्सा शहरीकृत हो चुका है, उन गांवों को निगम में शामिल किया जाता है।

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