नगर निगम ने खोरी गांव में ढहाए दो हजार मकान
नगर निगम ने शुक्रवार को सूरजकुंड क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव खोरी में बड़ी तोड़फोड़ हुई।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : नगर निगम ने शुक्रवार को सूरजकुंड क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव खोरी में बड़ी तोड़फोड़ की कार्रवाई की। करीब दो हजार कच्चे-पक्के मकान ढहाए गए। इसके अलावा यहां एक धार्मिक स्थल को भी तोड़ दिया गया। कार्रवाई कितनी महत्वपूर्ण थी, यह इससे पता चलता है कि इसके लिए एसडीएम पंकज सेतिया व परमजीत चहल व तहसीलदार स्तर के 11 अधिकारी ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे और पुलिस उपायुक्त डा.अर्पित जैन के नेतृत्व में 10 अन्य एसीपी स्तर के पुलिस अधिकारियों के साथ 1500 महिला एवं पुरुष पुलिस कर्मी तैनात थे। इस कारण से कोई बड़ा विरोध भी नहीं हुआ।
नगर निगम ने यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर की है। खोरी में अभी और भी अवैध रूप से मकान बने हुए हैं। आने वाले दिनों में यहां फिर से कार्रवाई की जाएगी। पिछले वर्ष जब 14 सितंबर को खोरी में तोड़फोड़ हुई थी, तो लोग विरोध में सड़कों पर उतर आए थे और जाम लगाने का भी प्रयास किया गया था। हालांकि पुलिस की सख्ती के चलते कार्रवाई चलती रही थी। अब शुक्रवार को सुबह से दोपहर बाद तक कार्रवाई चली। नगर निगम के संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान ने बताया कि अभी खोरी गांव में बड़ी संख्या में अवैध रूप से बने मकान बाकी हैं। यह मकान दिल्ली की तरफ प्रहलादपुर क्षेत्र के साथ लगते हैं। थोड़े दिन बाद फिर यहां तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाएगी। लोगों ने कहा, खरीदी है जमीन
कार्रवाई के दौरान कई लोगों ने निगम अधिकारियों को बताया कि उन्होंने कई वर्ष पहले आसपास के एक गांव के डीलर से पांच हजार प्रति गज जमीन खरीदी है। दिल्ली से बिजली की आपूर्ति की जाती है, जबकि यहां पेयजल की आपूर्ति टैंकरों के जरिए होती है। वर्षों से यहां रहे थे, अब निगम तोड़फोड़ की कार्रवाई कर रहा है, पर प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी कार्रवाई जारी रखी। स्थानीय निवासियों राजेश्वर और दिनेश ने कहा कि बहुत से डीलर अब भी यहां मकान बेचने के काम में लगे हैं। सरकार की ओर से इस पर रोक लगनी चाहिए।