शेड्यूल के अनुसार मंडी में गेहूं लेकर आएं किसान
अब किसानों को एक बार फिर से सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले शेड्यूल के अनुसार ही आना होगा।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : अब किसानों को एक बार फिर से सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले शेड्यूल के अनुसार गेहूं को मंडियों में लेकर जाना होगा। यदि कोई किसान बिना शेड्यूल के गेहूं लेकर मंडी गया, तो उसका गेट पास नहीं काटा जाएगा। किसान को मंडी से ट्रैक्टर-ट्राली वापस लेकर जानी पड़ सकती है।
किसानों ने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपने गेहूं का पंजीकरण कराया हुआ है। सरकार पंजीकरण के अनुसार किसान के पास गेहूं मंडी लाने के लिए मोबाइल फोन पर मैसेज भेजती है। मैसेज के अनुसार ही गेहूं मंडी लेकर जाना होता है। पहली अप्रैल को गेहूं की सरकारी खरीद शुरू की गई, तो तब ज्यादा किसानों की फसल नहीं कटी थी। तब ऐसे किसानों के पास मैसेज आ रहे थे, जिनकी की फसल खेत में खड़ी हुई थी। उन किसानों के पास मैसेज नहीं आ रहे थे, जिनकी फसल कट चुकी थी। खरीद को विधिवत रूप से चलाने के लिए सरकार ने शेड्यूल की बजाय कोई भी किसान गेहूुं लेकर आता, तो उसका गेट पास काट कर मंडी के अंदर जाने की छूट दे दी। ये छूट अब तक चलती रही। अब किसानों को फिर से गेहूं को मंडी में बेचने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि जिनके पास मैसेज जाएंगे, उनके पास गेहूं नहीं होगा और जिनके पास गेहूं होगा, उनके पास मैसेज नहीं जाएगा। गेहूं की खरीद के लिए शेड्यूल ज्यादा सार्थक नहीं है।
-सुनील भारद्वाज, प्रधान व्यापारी एसोसिएशन अनाज मंडी बल्लभगढ़ बिना शेड्यूल के गेहूं लेकर किसान मंडी आए, तो गेट पास नहीं कटेगा। मंगलवार को वे किसान मंडी में गेहूं लेकर आएं, जिनके मोबाइल पर चंडीगढ़ से मैसेज आ चुका है।
-ऋषि कुमार, सचिव एवं कार्यकारी अधिकारी मार्केट कमेटी बल्लभगढ़