मछली मार्केट को फिर नशे की मंडी बनाना चाहता है लाला
कारोबारी पर जानलेवा हमले में नामजद लाला उर्फ बिजेंद्र नशे का काला कारोबार करने के लिए बदनाम है।
हरेंद्र नागर, फरीदाबाद
सेक्टर-22 मछली मार्केट में मंगलवार को कारोबारी पर जानलेवा हमले में नामजद लाला उर्फ बिजेंद्र नशे का काला कारोबार करने के लिए बदनाम है। एक समय था जब वह जिले में सबसे बड़े गांजा सप्लायर के रूप में स्थापित हो गया था। सेक्टर-22 की मछली मार्केट की झुग्गियों से उसका अड्डा चलता था। दो साल पहले 15 अक्टूबर 2018 को स्पेशल सेल सेक्टर-85 ने उसके अड्डे पर छापेमारी कर करीब 19 लाख रुपये और बड़ी मात्रा में गांजे की खेप बरामद की थी। तब पुलिस ने मौके से लाला के पिता जॉनी को गिरफ्तार किया था। लाला फरार हो गया था। बाद में पुलिस ने उसे भी दबोच लिया। कुछ महीने पहले ही लाला को हाईकोर्ट से जमानत मिली। अब उसने फिर से नशे का कारोबार शुरू कर दिया। इसी कड़ी में वह सेक्टर-22 की अंसार अली से एक झुग्गी को खरीदना चाहता था, ताकि वहां से अपनी गतिविधियों को अंजाम दे सके। किलेबंदी में संचालित करता था गतिविधियां :
अक्टूबर 2018 में पकड़े जाने से पहले वह पूरी किलेबंदी में गांजा सप्लाई का काम करता था। अपने ठिकाने के चोरों ओर उसने सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए थे। इनकी लाइव रिकॉर्डिंग वह अपने मोबाइल पर देखता था। पुलिस की रेड का उसे पहले ही पता चल जाता था। उसके मुखबिर भी सक्रिय रहते थे, जो पुलिस की गतिविधियों की जानकारी देते थे। अक्टूबर 2018 में स्पेशल सेल प्रभारी रविदर सिंह के नेतृत्व में कई क्राइम ब्रांचों की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर उसकी किलेबंदी ध्वस्त की थी। तब पुलिस ने करीब 19 लाख रुपये की नकदी बरामद की। यह नकदी 10, 20, 50, 100, 500 व 2000 के नोटों की शक्ल में थी। पुलिस इसे बोरी में भरकर लाई। कबाड़ी से करोड़पति गांजा सप्लायर बना लाला :
पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक लाला शुरू में कबाड़े का काम करता था। करीब 12 साल पहले उसने छोटे स्तर पर गांजा बेचना शुरू किया था। शुरू में पुलिस ने उस पर अंकुश नहीं लगाया। उसका हौसला बढ़ा तो वह बाहर से गांजा लाकर बेचने लगा। उसके कारण सेक्टर-22 की मछली मार्केट गांजे के लिए बदनाम हो गई। कभी कबाड़ी का काम करने वाला लाला करोड़पति बन गया था। शहर में उसके कई प्लॉट व कोठियां बताई जा रही हैं। आरोपित को दबोचने के लिए हमारी टीमें जुटी हुई हैं। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
- सुदीप कुमार, प्रभारी, मुजेसर थाना