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सरकारी फ्लैटों को किराये पर देकर चल रहा वसूली का खेल

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टर-56 स्थित आशियाना स्कीम के तहत बनाए गए फ्लैटों में किराये का खेल हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 07:59 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 07:59 PM (IST)
सरकारी फ्लैटों को किराये पर देकर चल रहा वसूली का खेल
सरकारी फ्लैटों को किराये पर देकर चल रहा वसूली का खेल

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टर-56 स्थित आशियाना स्कीम के तहत बनाए गए फ्लैटों में किराये का खेल हो रहा है। हैरत की बात यह है कि कुछ माफिया ने अपने बूते पर इन फ्लैटों में बाहरी लोगों को बसा दिया है और हर महीने इनसे किराया लेते हैं। अब सवाल यह है कि इस बात की अधिकारियों को भनक है या नहीं। ऐसा भी हो सकता है कि प्राधिकरण की सर्वे शाखा में किसी की मिलीभगत से यह काम हो रहा है। शाखा के सभी जेई के जिम्मे सेक्टर किए हुए हैं। इसलिए ऐसा संभव नहीं है कि कोई और यहां किराये का खेल कर सकता है।

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पुलिस की जांच में सामने आया सच

गणतंत्र दिवस के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर शहर में सभी धर्मशाला, गेस्ट हाउस, होटल आदि स्थानों पर चेकिग कर संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। इसके तहत सेक्टर-56 में बने आशियाना स्कीम के तहत फ्लैटों में जांच अभियान शुरू किया गया। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इन फ्लैट में कोई आपराधिक या असामाजिक प्रवृत्ति का व्यक्ति न रह रहा है। रविवार को सेक्टर-58 थाना पुलिस ने एसीपी दलबीर सिंह के नेतृत्व में इन फ्लैटों में सर्च अभियान चलाया। इस दौरान 123 लोग ऐसे मिले जिन्हें सरकार की तरफ से फ्लैट अलाट नहीं किए गए थे। इनका किसी ने पुलिस सत्यापन भी नहीं कराया था, मगर इन लोगों से हर महीने किराया वसूला जा रहा था। पुलिस ने इन सभी लोगों के अजनबी एक्ट के तहत पर्चे भरकर उनका आपराधिक रिकार्ड जांच के लिए संबंधित राज्य की पुलिस को भेजा है।

झुग्गीवासियों को अलाट किए गए हैं फ्लैट

बाईपास रोड किनारे काफी झुग्गी हैं। इनमें से सैकड़ों लोगों को आशियाना स्कीम के तहत सेक्टर-56 और 62 में फ्लैट दिए जा चुके हैं। सेक्टर-56 में करीब 200 अभी अलाट किए जाने हैं। इनमें से काफी पर कुछ बाहरी लोगों ने कब्जा कर इन्हें किराये पर दिया हुआ है। इसकी एवज में इन लोगों से वसूली की जा रही है।

अधिकतर फ्लैटों में रहने वाले लोग ही किसी अन्य किरायेदार को यहां बसा जाते हैं। यदि बाहरी लोग किरायेदार बसाकर वसूली हो रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी।

- रामस्वरूप, एसडीओ सर्वे, प्राधिकरण


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