कड़ाके की ठंड से हो रहा आलू फसल को नुकसान
ज्यादा बारिश होने और लगातार ठिठुरन भरी ठंड से आलू की फसल में नुकसान हो रहा है।
सुभाष डागर, बल्लभगढ़:
ज्यादा बारिश होने और लगातार ठिठुरन भरी ठंड से आलू की फसल में नुकसान हो रहा है। आलू उत्पादक किसान इस नुकसान को लेकर चितित हैं। यदि अब और बारिश हो गई तो किसानों को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा।
जिले में करीब एक हजार हेक्टेयर भूमि पर आलू की फसल लगाई गई है। पिछले सप्ताह 5 से 9 जनवरी तक लगातार बारिश होने से खेतों में जलभराव हो गया। ये पानी अभी भी काफी खेतों में भरा हुआ है। बारिश के बाद लगातार ठंड बढ़ती जा रही है। इससे आलू में दाग (गलना) आना शुरू हो गया है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार ने फिर 20 से 22 जनवरी तक बारिश होने की संभावना जताई है। किसानों के पास मौसम विभाग ने मैसेज मोबाइल पर भेजने शुरू कर दिए हैं। यदि बारिश हो गई, तो आलू में फिर से जलभराव हो जाएगा। जलभराव होने से आलू की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी। किसानों की समझ में नहीं आ रहा है कि वे आखिर फसल को कैसे बचाएं। ---
आलू की एक एकड़ फसल लगाने पर करीब 50 हजार रुपये खर्च आया है। पहले ही बारिश से जलभराव होने और ठंड पड़ने के बाद फसल गलने लगी है। आलू में दाग दिखाई देने लगा है। किसानों ने पट्टे पर जमीन लेकर आलू लगाया हुआ है।
-जोगेंद्र सिंह रावत, सुनपेड़ ---
एक एकड़ में यदि कोई नुकसान न हो तो कम से कम डेढ़ से दो लाख रुपये की फसल का उत्पादन होता है। आलू में यदि नुकसान हुआ, तो किसानों की आर्थिक रूप से कम टूट जाएगी। क्योंकि किसानों ने आलू कर्ज लेकर लगाया हुआ है।
-सूरज नंबरदार, बहादरपुर। ---
20 से 22 जनवरी तक फिर बारिश हो सकती है। हम समय-समय पर किसानों को बादल होने से पहले स्प्रे करने की सलाह देते हैं। किसान बादलों को देखते हुए 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में वाईथेम एम-45 दवा का घोल तैयार करके स्प्रे करें।
-डा. रमेश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी फरीदाबाद।