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जेवर एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू

दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे की जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के लिए जमीन अधिग्रहण की तैयारी शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 06:37 PM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 06:37 PM (IST)
जेवर एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू
जेवर एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे की जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के लिए जमीन अधिग्रहण की तैयारी शुरू हो गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) अगले महीने अवार्ड कर सकता है। उम्मीद है कि नए साल में कनेक्टिविटी के लिए सड़क बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद औद्योगिक जिला फरीदाबाद से जेवर एयरपोर्ट पहुंचने में मात्र आधा घंटा लगेगा। इन गांव की जमीन होगी अधिग्रहण

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जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए नया मार्ग साहपुरा, चंदावली, सोतई, फफूंदा, बहवलपुर, पन्हेड़ा खुर्द, नरहावली, महमदपुर, मोहियापुर, छांयसा, हीरापुर, और मोहना गांव से होते हुए यमुना नदी किनारे पहुंचेगा। मोहना के पास पुराना पुल बना हुआ है। यहां नदी पर एक और पुल बनेगा। उसके बाद यूपी के जेवर के बागपुर गांव के पास से होते हुए जेवर एयरपोर्ट तक सड़क बनेगी। इस योजना के अनुसार कुल 31 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जानी है। इसमें 24 किलोमीटर हरियाणा तो शेष हिस्सा उत्तर प्रदेश में बनेगा। एक्सप्रेस-वे से होगी कनेक्टिविटी

फरीदाबाद में बाईपास पर दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे का निर्माण चल रहा है। यहीं से जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी होगी। सेक्टर-64 के सामने चंदावली गांव से सीधी सड़क कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेस वे तक बनाई जाएगी। इसी को आगे यमुना नदी पर पुल बनाकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक ले जाने की योजना है।

मास्टर प्लान को होगा फायदा

बाईपास पर सेक्टर-66 के सामने बसे चंदावली गांव से करीब 12 किलोमीटर दूर कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेस वे है। यह लिक मार्ग चार लेन बनेगा। इस कनेक्टिविटी होने का सीधा फायदा मास्टर प्लान-2031 के तहत होने वाले विकास कार्यों को गति मिलने के रूप में होगा। प्लान के तहत 55 गांव में 67 नए सेक्टर विकसित किए जाने प्रस्तावित हैं। ये सेक्टर दोनों एक्सप्रेस-वे की कनेक्टिविटी वाले मार्ग के आसपास हैं।

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प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके बाद अधिग्रहण की जाने वाली 12 गांव की जमीन केंद्र सरकार के नाम आ जाएगी। अगली प्रक्रिया के तहत जमीन के मालिकों को मुआवजा दे दिया जाएगा।

-धीरज सिंह, उप मुख्य प्रबंधक, एनएचएआइ।


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