तोड़फोड़ रुकवाने के लिए एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
बाईपास किनारे दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे के रास्ते में आड़े आ रहे अतिक्रमण को तोड़ने से रोकने के लिए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : बाईपास किनारे दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे के रास्ते में आ रहे निर्माणों को तोड़ने से बचाने के लिए बड़ौली, प्रहलादपुर और सिही गांव के लोग बुधवार को लघु सचिवालय पहुंचे। इन्होंने प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम ज्ञापन एसडीएम परमजीत चहल को सौंपा।
बड़ौली निवासी बीरपाल गुर्जर, संदीप चंदीला ने बताया कि बाईपास किनारे उनकी जमीन है। उनकी जमीन से आगरा और गुरुग्राम नहर निकाली गई थी। बाईपास और नहर के बीच में जो जमीन रह गई थी, उस पर उन्होंने निर्माण किए हुए हैं। करीब 20 साल पहले हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने इस जमीन का अधिग्रहण कर लिया, लेकिन तभी से ग्रामीणों का इस जमीन पर कब्जा है। अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा यहां से एक्सप्रेस-वे निकाला जा रहा है। इसलिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण यहां बने हुए निर्माणों को तोड़ने की योजना तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि बाईपास के दूसरी ओर एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए पर्याप्त जगह है, इसके बावजूद वहां से एक्सप्रेस-वे की अलाइमेंट तय नहीं की गई है। तोड़फोड़ की जद में उनके घर, दुकान आ रहे हैं। यदि यहां तोड़फोड़ हुई तो न सैकड़ों परिवार न केवल घर से बेघर हो जाएंगे, बल्कि उनका काम धंधा भी नहीं रहेगा। इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि यहां तोड़फोड़ न होने दी जाए। एसडीएम परमजीत चहल ने कहा कि उनका ज्ञापन उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया जाएगा।
इस दौरान संतराज भडाना, साकेत चंदीला, सेलक, संदीप चंदीला, कैलाश, प्रवीन, आभास, तोताराम, श्यामबीर, विवेक, रूपेंद्र सहित अन्य लोग मौजूद थे।