चालान काट रहे, पर मास्क नहीं बांट रहे
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पुलिस और नगर निगम की ओर से चालान तो काटे जा रहे हैं लेकिन मास्क नहीं बांटे जा रहे हैं।
प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पुलिस और नगर निगम की ओर से चालान काटे जा रहे हैं। चालान काटने के बाद सभी को पांच-पांच मास्क भी देने के आदेश थे, ताकि नियमों को तोड़ने वाले जागरूक भी हो सकें। इस बाबत शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव व ग्रामीण विकास विकास के निदेशक ने जून माह में पत्र भेजा था। पत्र आने के बाद जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने भी पुलिस व नगर निगम अधिकारियों को इस संबंध में सूचित किया था, इसके बावजूद मास्क नहीं बांटे जा रहे हैं।
नगर निगम व पुलिस विभाग को चालान काटने के बाद नियम तोड़ने वालों को दिया जाने वाला ये मास्क महिला स्वयं सहायता समूह से लेना था। अब तक स्वयं सहायता समूह ने एक लाख से अधिक मास्क का स्टाक तैयार कर लिया है। महीनेभर से यह स्टाक तैयार है, लेकिन अभी न तो पुलिस विभाग की ओर से कोई मांग आई है और न ही नगर निगम की ओर से। बता दें कि पुलिस विभाग द्वारा अभी तक 500 से अधिक चालान बगैर मास्क वालों के काटे जा चुके हैं। इसके अलावा करीब इतने ही चालान नगर निगम ने भी काटे हैं। एक चालान 500 रुपये का होता है। 10 रुपये है मास्क की कीमत
अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय के जिला कार्यक्रम प्रबंधक शिवम तिवारी ने बताया कि हम कई बार पुलिस व निगमायुक्त के साथ पत्राचार कर चुके हैं, लेकिन मास्क लेने की मांग नहीं आई है। सूती कपड़े से बना ये मास्क दो परत वाला है। इसकी कीमत 10 रुपये है। अब महिलाएं परेशान हैं। इससे वे और अधिक मास्क नहीं बना रही हैं। यदि चालान हुआ है, उसे 5 मास्क मिलेंगे, तो वह इन्हें पहनेगा भी। इससे कोरोना संक्रमण फैलने से रुकेगा।
वर्जन..
हां, इस बाबत आदेश आ गए थे। मास्क लेने की प्रक्रिया भी शुरू है। अब जिसका चालान काटा जाएगा, उसे पांच मास्क दिए जाएंगे।
- डा.यश गर्ग, निगमायुक्त।
आदेश आ चुके हैं, लेकिन अभी चालान के बाद मास्क नहीं दिए जा रहे हैं। जल्द इस बारे में कदम उठाया जाएगा। उच्च अधिकारियों से बात करेंगे।
- जयपाल, सहायक पुलिस आयुक्त, यातायात। चालान के बाद पांच-पांच मास्क देने के आदेश उच्च अधिकारियों ने दिए थे। इसका जरूर पालन होना चाहिए। मैं इस बाबत पुलिस आयुक्त और निगमायुक्त से बात करूंगा। उन्हें जल्द मास्क लेने के बारे में कहा जाएगा।
- यशपाल यादव, उपायुक्त।