यमुना घाटों के 29 को छोड़े जाएंगे पट्टे
जासं, बल्लभगढ़: पंचायत समिति बल्लभगढ़ ने यमुना के घाटों को 29 जून को पट्टे पर छोड़ने की तिथि तय की
जासं, बल्लभगढ़: पंचायत समिति बल्लभगढ़ ने यमुना के घाटों को 29 जून को पट्टे पर छोड़ने की तिथि तय की है। पिछले तीन वर्ष से घाटों को पट्टे पर नहीं छोड़ा गया। लोग अवैध रूप से घाटों पर नाव चला रहे हैं।
बल्लभगढ़ पंचायत समिति के कार्यक्षेत्र में मंझावली, अरुआ, चांदपुर, छांयसा घाट आते हैं। इन्हें पट्टे पर लेने के लिए तीन वर्ष से किसी ने बोली नहीं लगाई। यहां कुछ लोग अवैध रूप से नाव चलाते हैं। जून के आखिर में यमुना का जलस्तर बढ़ जाता है। कई बार यहां पर नाव पलटने से हादसा होने का खतरा बना रहता है। 4 जुलाई 2005 को छांयसा घाट पर नाव पलटने से 4 लोगों की मौत हो गई थी। 14 जून 1996 को मोहना घाट पर नाव पलटने से 14 लोगों की डूबने से मौत हो गई थी। इसके बावजूद भी यमुना घाट पिछले तीन वर्ष से पट्टे पर नहीं छोड़े गए। अब यमुना में जल स्तर के बढ़ने के कारण पंचायत समिति ने एक बार फिर से घाटों को पट्टे पर छोड़ने के लिए तिथि तय की है।
हमने घाटों और खंड के गांवों में मरने वाले मवेशियों के ¨सगा-हड्डा का पट्टा छोड़ने के लिए 29 जून तय की है। पट्टा लेने के लिए कुछ लोगों ने अपने आवेदन भेजे हैं। इन लोगों ने आवेदन इसलिए भेजे हैं, अब यमुना से पैंटून पुलों को हटा दिया है, जिससे लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। ऐसे में नावों की जरूरत है।
-पूजा शर्मा, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, बल्लभगढ़