टिड्डी को लेकर सतर्कता, किसानों को किया जा रहा जागरूक
टिड्डी को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और किसानों को अभी भी जागरूक करने में जुटा है।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : टिड्डी को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और किसानों को अभी भी जागरूक करने में जुटा है। टिड्डी दल फिलहाल राजस्थान की सीमा में है। हरियाणा के सतनाली बॉर्डर पर नहीं पहुंचा। यदि हवा का रुख पश्चिमी रहा, तो टिड्डी को जिले में आने में एक-दो दिन का समय लगेगा। कई किसान कृषि एवं किसान कल्याण विभाग से टिड्डी के अंडों आदि को मारने के लिए दवा छिड़काव की मांग कर रहे हैं, पर दवा किसी भी किसान को नहीं दी जाएगी। दवा का छिड़काव प्रशासनिक स्तर पर ही किया जा सकता है।
प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के महानिदेशक ने टिड्डी आने को लेकर अपने विभागीय अधिकारियों को सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। इन आदेशों के तहत विभाग अधिकारी अभी भी किसानों को गांवों में जाकर बता रहे हैं कि वो टिड्डी आने पर बर्तन बजाएं, शोर मचाएं, कपड़ा हिलाएं, पटाखे छोड़ें ताकि ये नीचे न उतरें और ऊपर से निकल जाएं। इस बार टिड्डियों से फसलों में कोई नुकसान नहीं हुआ, इसका सबसे बड़ा फायदा ये रहा कि दिन में टिड्डी निकल गर्इं। यदि शाम हो जाती है और टिड्डियां पड़ाव डाल देतीं तो फसलों को नुकसान हो सकता था। इस बार टिड्डी को किसी भी कीमत पर बैठने न दें। हम टिड्डी को लेकर किसानों को लगातार सूचना दे रहे हैं। ताकि समय आने पर किसान भी पूरी तरह से जुट जाएं। अभी टिड्डी हमारे प्रदेश की सीमा से दूर राजस्थान की सीमा में है। टिड्डियों को मारने के लिए दवा हम किसी किसान विशेष को नहीं दे सकते। ये दवा उपायुक्त के आदेश पर छिड़की जाएगी।
-डॉ. अनिल कुमार, उपनिदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग फरीदाबाद