हस्तशिल्प मेला: आजादी के अमृत महोत्सव के नाम होगा सूरजकुंड मेला
अगले साल 4 से 20 फरवरी तक लगने वाला 35वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला भी आजादी के अमृत महोत्सव के रंग में रंगा नजर आएगा। मेले का डिजाइन भी इस तरह से तैयार किया जाएगा
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: अगले साल 4 से 20 फरवरी तक लगने वाला 35वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला भी आजादी के अमृत महोत्सव के रंग में रंगा नजर आएगा। मेले का डिजाइन भी इस तरह से तैयार किया जाएगा, जिससे मेला परिसर में आने वाले पर्यटकों को आजादी के दीवानों की कुर्बानी का पता चल सके। मेला परिसर की दो मुख्य चौपाल पर प्रतिदिन होने वाले देश-प्रदेश की कलाकारों की प्रस्तुति के दौरान मेले में देशभक्ति के रंग बिखेरते नजर आएंगे। हरियाणा पर्यटन निगम कुछ इस तरह से मेले की तैयारियों में जुट गया है। मेले का पार्टनर कंट्री ब्रिटेन को बनाया गया है। थीम स्टेट के बारे में हफ्ते भर में अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा। इस पर विचार विमर्श चल रहा है।
कोरोना संकट के चलते इस वर्ष फरवरी में सूरजकुंड मेले का आयोजन नहीं हो पाया था। अब कोरोना संकट घट रहा है और हालात बेहतर हो रहे हैं, इन स्थितियों को ध्यान में सरकार ने पिछले दिनों मेले के आयोजन को मंजूरी दी थी। पर्यटन निगम जिन प्रदेशों के कलाकारों और हस्तशिल्पियों को मेले में आमंत्रित करेगा, उन्हें अमृत महोत्सव के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी, ताकि हर हस्तशिल्पी अपने-अपने स्तर पर कृतियों में देशभक्ति के रंग भर सके।
बता दें कि मेले में देश-विदेश से लगभग 1300 हस्तशिल्पी हिस्सा लेंगे। इसके अलावा अलग-अलग प्रदेशों और देशों से 1500 से अधिक कलाकार अपनी प्रस्तुति से सांस्कृतिक परिवेश का अहसास कराने आएंगे। हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक नीरज चड्ढा ने बताया कि अभी तैयारियों को लेकर विचार-विमर्श चल रहा है। इस बार मेले का आयोजन अमृत महोत्सव पर केंद्रित रहेगा।