दुष्कर्म के दोषी कैदी ने नीमका जेल में लगाई फांसी
नाबालिग लड़की को भगाकर दुष्कर्म के मामले में सजायाफ्ता कैदी ने बुधवार रात नीमका जेल में फांसी लगाकर जान दे दी। तीन दिन पहले ही अदालत ने उ
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : नाबालिग लड़की को भगाकर दुष्कर्म के मामले में सजायाफ्ता कैदी ने बुधवार रात नीमका जेल में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस को उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने खुद को निर्दोष बताते हुए फंसाए जाने की बात कही। मजिस्ट्रेट राकेश कुमार की देख-रेख में तीन डॉक्टरों के बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया और शव परिजनों को सौंप दिया है।
अगस्त 2017 में एनआइटी गांधी कॉलोनी निवासी 22 वर्षीय मोहित पर एक नाबालिग लड़की को भगाकर दुष्कर्म का आरोप लगा था। पुलिस ने उसे लड़की के साथ चंडीगढ़ से गिरफ्तार करने का दावा किया था। मंगलवार को ही अदालत ने मामले में फैसला सुनाते हुए उसे दोषी मान दस साल कैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद उसने तबीयत खराब होने की बात जेल प्रशासन से कही। जेल प्रशासन ने उसे जेल में कैदियों के लिए बनाए गए अस्पताल में भर्ती करा दिया। बुधवार रात उसने बेड की चादर से फंदा बनाया और जेल अस्पताल में शौचालय की खिड़की से लटक गया। सुबह कैदी शौचालय गए, तो इस घटना का पता चला। पोस्टमॉर्टम के दौरान बादशाह खान अस्पताल पहुंचे मोहित के परिजनों ने आरोप लगाया कि लड़की के परिजन धमकी देते थे, जिससे वह काफी डरा हुआ था। इस डर की वजह से ही उसने ये कदम उठाया है। मामले की जांच मजिस्ट्रेट की निगरानी में होगी। सुसाइड नोट को लेकर भी वह जैसे आदेश करेंगे, उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
-अमन यादव, एसीपी, तिगांव