जेल में मानसिक रूप से परेशान कैदियों का होगा उपचार
जिला जेल नीमका में कैदियों को मानसिक रूप से स्वस्थ बनाया जाएगा। इसके लिए जिला जेल नीमका में दिल्ली हेल्थ फाउंडेशन और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के संयुक्त सहयोग से दो दिवसीय जागरुकता शिविर का आयोजन हुआ।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : जेल में कैदी मानसिक रूप परेशान होकर कई बार आत्महत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दे देते हैं। ऐसी घटनाओं के मद्देनजर अब जिला जेल नीमका में कैदियों को मानसिक रूप से स्वस्थ बनाया जाएगा। इसके लिए जिला जेल नीमका में दिल्ली हेल्थ फाउंडेशन और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के संयुक्त सहयोग से दो दिवसीय जागरुकता शिविर का आयोजन हुआ।
शिविर में एम्स के डॉ.विनीत भार्गव और उनकी सहयोगी डॉ. जिज्ञासा शर्मा ने जेल के 30 अधिकारी, कर्मचारी और कैदियों को जागरूक किया और उन्हें प्रशिक्षण दिया। इस दौरान कोरोना संक्रमण को लेकर शारीरिक दूरी बनाए रखने पर खास ध्यान दिया गया। जेल अधीक्षक जयकिशन छिल्लर और उनकी टीम ने एम्स के विशेषज्ञों का स्वागत किया। जेल अधीक्षक छिल्लर ने शिविर के आयोजन के लिए जेल विभाग के महानिदेशक के.सेल्वराज का आभार जताया। जेल में तनावग्रस्त कैदियों का शिविर में प्रशिक्षण ले चुके कैदी पहचान करेंगे और एक प्रोफार्मा भरेंगे। इन कैदियों का एम्स के मनोरोग विशेषज्ञ व सरकारी अस्पताल के चिकित्सक सप्ताह या 15 दिन में जेल में आकर इलाज करेंगे। शिविर में जेल उपाधीक्षकों में संदीप कुमार, रमेश कुमार, डॉ.मयंक पाराशर, डॉ.वरूण व सुभाष वैद्य मौजूद थे।