जोड़ों के दर्द से बचना है तो मोटापा करें नियंत्रित
दैनिक जागरण ने स्वस्थ समाज सरोकार के तहत शनिवार को हेलो जागरण में डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव को विशेष रूप से आमंत्रित किया था। उनसे बड़ी संख्या में जागरण पाठकों ने घुटनों व अन्य जोड़ों के दर्द से बचाव को परामर्श लिया।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : अगर आप का वजन ज्यादा है, आप मोटापे से भी परेशान हैं तो जोड़ों का दर्द, घुटनों का दर्द आपके लिए सिरदर्द बन सकता है। समय रहते अपने वजन और मोटापे को नियंत्रित कर लें। रक्तचाप तथा मधुमेह के रोगियों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है। वसा युक्त खान-पान का सेवन कम करें।
एशियन अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव ने शनिवार को हेलो जागरण में कुछ तरह पाठकों को स्वस्थ रहने को टिप्स दिए।
दैनिक जागरण ने स्वस्थ समाज सरोकार के तहत शनिवार को हेलो जागरण में डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव को विशेष रूप से आमंत्रित किया था। बड़ी संख्या में जागरण पाठकों ने घुटनों व अन्य जोड़ों के दर्द से बचाव को परामर्श लिया। इन्होंने लिया परामर्श
सेक्टर-दस से गुरचरण सिंह, पंकज सिंह, सेक्टर-छह निवासी बिरेंद्र सिंह, एके गुप्ता, सुनीता, प्रेम चंद, सेक्टर-तीन से कुणाल, एनआइटी एक नंबर से जोगेंद्र, ओल्ड फरीदाबाद से सुनील सिंह, पुष्पा शर्मा, डबुआ कालोनी बी ब्लाक से विजय कुमार, सरिता, बिमला, पर्वतीय कालोनी से बबली ने जोड़ों के दर्द से बचाव पर डॉ. आशुतोश श्रीवास्तव से सलाह ली। आरामदायक जीवनशैली के चलते जोड़ों के दर्द, घुटनों, कमर और पैरों में दर्द के मामले बढ़ रहे हैं। अगर हम प्रतिदिन व्यायाम करने लगेंगे या सैर करेंगे तो इससे मांसपेशियां मजबूत होंगी। अगर हमारा वजन ज्यादा है और जब हम सीढि़यां चढ़ते हैं तो घुटनों पर जोर पड़ता है। जोड़ पड़ने से ही घुटनों में दर्द होने लगता है। मांसपेशियां कमजोर नहीं होंगी तो शायद जब जोड़ों के दर्द से परेशान नहीं होंगे। अगर कभी कोई दिक्कत हो तो अपनी मर्जी से दवा न लें। दर्द के मामले में विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह से फिजियोथैरेपी भी कई बार कारगर साबित होती है।
-डॉ.आशुतोष श्रीवास्तव, सीनियर कंसल्टेंट और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन, एशियन अस्पताल।
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