जिले के 70 हजार कर्मियों का पीएफ देगी सरकार
औद्योगिक नगरी में 3 हजार से अधिक फर्म ऐसी हैं जिनमे करीब 70 हजार कर्मचारियों का पीएफ केंद्र सरकार भरेगी।
प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद
औद्योगिक नगरी में तीन हजार से अधिक फर्म ऐसी हैं, जिनमें करीब 70 हजार कर्मियों का पीएफ (प्रोविडेंट फंड) केंद्र सरकार भरेगी। इसका लाभ न केवल कर्मियों, बल्कि सभी फर्मो को भी होगा। इनके हिस्से का पीएफ भी सरकार वहन करेगी। सरकार की इस घोषणा से कर्मियों के वेतन में हर महीने हजार से 1500 रुपये अधिक आएंगे, जबकि फर्म मालिकों को लाखों रुपये पीएफ कार्यालय में जमा करने से मुक्ति मिल गई है। बता दें सरकार की इस योजना का लाभ जून, जुलाई और अगस्त तक मिलेगा। 15 हजार तक वेतन वालों को लाभ
वित्त मंत्री सीतारमण की घोषणा के अनुसार, जिन संस्थानों में 100 से कम कर्मी कार्यरत हैं और इनमें 90 फीसद कर्मियों का वेतन 15 हजार या इससे कम है, वह इस लाभ के दायरे में आएंगे। जिले में 20 हजार से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं। अन्य संस्थानों की संख्या भी 25 हजार से अधिक है। इन सभी में कर्मियों के बेसिक वेतन का 12 फीसद पीएफ में जमा होता है। नियमानुसार फर्म मालिक को भी 12 फीसद कर्मियों का पीएफ में जमा करना होता है। इससे फर्म संचालक हर महीने लाखों रुपये जमा करते हैं। अब अगले तीन माह तक कर्मी व नियोक्ता दोनों का राहत मिली है। वर्जन..
हमारे स्कूल के 55 कर्मियों का पीएफ नियमित कटता है। वित्त मंत्री सीतारमण ने कर्मी, नियोक्ता दोनों को बड़ी राहत दी है। इससे कर्मियों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा। लॉकडाउन से बंद पड़े स्कूल या अन्य फर्म संचालकों को भी लाखों रुपये का फायदा होगा।
-डीपी भड़ाना, चेयरमैन सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल। वित्त मंत्री की घोषणा तो ठीक है, पर इसका लाभ सभी पीएफ खाताधारक कर्मियों को मिलना चाहिए। फर्म संचालकों को चाहिए कि वह ईमानदारी से सभी काम करने वाले कर्मियों का पीएफ कटवाएं।
-बेचू गिरी, सदस्य, हरियाणा क्षेत्रीय समिति, भविष्य निधि। वित्त मंत्री की घोषणा के दायरे में जिले में तीन हजार से अधिक फर्म आ रही हैं। इनमें 70 हजार से अधिक कर्मी हैं, जिनका पीएफ सरकार भरेगी। इससे कर्मियों को हजार से लेकर 1500 रुपये हर माह अधिक मिलेंगे। नियोक्ता के भी लाखों रुपये बचेंगे। अभी तक 10 हजार कर्मियों और फर्म संचालकों को यह लाभ मिल चुका है। सभी फर्म संचालकों से अपील है कि वह ई-रिटर्न भरकर जल्द पीएफ कार्यालय में जमा कराएं, ताकि कर्मियों व नियोक्ता को इसका लाभ मिले।
-भूपेंद्र सिंह यादव, क्षेत्रीय आयुक्त, भविष्य निधि कार्यालय, सेक्टर-15ए।