लोन दिलाने के नाम पर देशभर में ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
लोन दिलाने के नाम पर देशभर में लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : लोन दिलाने के नाम पर देशभर में लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के आठ बदमाशों को साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों में ममूरा नोएडा निवासी शैलेंद्र कुमार, करणसिंहपुर बुलंदशहर यूपी निवासी दीपांश, सेक्टर-72 नोएडा निवासी मोहित, गौरव, गांव मवई फरीदाबाद निवासी उमेश कुशवाह, डबुआ कालोनी निवासी अक्षय कुमार, हनुमानगढ़ राजस्थान निवासी सुरेंद्र कुमार सेतिया और गुरप्रीत सिंह शामिल हैं। काल सेंटर के जरिए होती थी ठगी
इनमें दीपांश, मोहित और गौरव मिलकर नोएडा में कैपिटल वन फाइनेंस नाम से काल सेंटर चलाते थे। शैलेंद्र लोगों को काल करके लोन दिलाने का झांसा देता था। उमेश ने आरोपितों को ठगी के रुपये ट्रांसफर करने के लिए फर्जी पते पर खुला बैंक खाता उपलब्ध कराया था। वह खाते में से रुपये निकालकर अक्षय को देता था। अक्षय काल सेंटर संचालकों तक रुपये पहुंचाता था। सुरेंद्र कुमार सेतिया ने उमेश को बैंक खाता उपलब्ध कराया था, जिस खाते में ठगी का रुपया ट्रांसफर हो रहा था वह गुरप्रीत सिंह के नाम पर था। इनमें सुरेंद्र और गुरप्रीत को साइबर थाना पुलिस पहले ही अदालत में पेश कर जेल भेज चुकी है। बृहस्पतिवार को बाकी छह को अदालत में पेश कर जेल भेजा गया। इस तरह आरोपितों तक पहुंची साइबर थाना पुलिस
आरोपितों ने तिगांव निवासी ऋषि नाम के व्यक्ति के साथ नवंबर 2021 में लोन दिलाने का झांसा देकर 1.93 लाख रुपये की ठगी की थी। ऋषि की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी व षड्यंत्र की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। इस मामले की जांच करते हुए साइबर थाना पुलिस आरोपितों तक पहुंची। आरोपितों के कब्जे से 1.26 लाख रुपये, छह मोबाइल, एक लैपटाप, चेकबुक सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। आरोपितों की धरपकड़ के लिए थाना प्रभारी बसंत कुमार के नेतृत्व में सब इंस्पेक्टर योगेश, नीरज भूपेंद्र, सत्यवीर व राजेश, महिला प्रधान सिपाही अंजू, सिपाही संदीप तथा अंशुल की टीम ने आरोपितों को पकड़ा। इस तरह ठगते थे लोगों को
आरोपित कैपिटल वन फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी बनकर लोगों को फोन करते थे। उन्हें सस्ती ब्याज दर पर लोन देने का लालच देते थे। भोले भाले लोग उनकी बातों में आ जाते थे। जब व्यक्ति लोन लेने के लिए तैयार हो जाता था तो आरोपित उनसे लोन पास करवाने के लिए पंजीकरण शुल्क, फाइल खर्च, प्रोसेसिग फीस, जीएसटी के नाम पर पैसे मांगते थे। ये रुपये वे वे अपने बैंक खातों में डलवा लेते थे। आरोपितों ने फरीदाबाद के अलावा तेलंगाना में छह, दिल्ली में पांच, आंध्र प्रदेश में दो, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में एक-एक ठगी की वारदात की हुई है। फरीदाबाद साइबर थाना पुलिस ने इन राज्यों की संबंधित थाना पुलिस को जानकारी दे दी है। इस मामले में आरोपितों का एक साथी फरार चल रहा है। वह आरोपितों को फोन नंबर उपलब्ध कराता था।
-नितिश अग्रवाल, डीसीपी हेडक्वार्टर