Move to Jagran APP

पहले व्यापारी से लूट की, फिर मांगी पांच लाख की रंगदारी

बदमाशों ने सेक्टर-16ए निवासी व्यापारी से पहले स्कूटी और 50 हजार रुपये लूटे फिर एक हफ्ते बाद रंगादारी भी मांगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Apr 2021 07:57 PM (IST)Updated: Fri, 02 Apr 2021 07:57 PM (IST)
पहले व्यापारी से लूट की, फिर 
मांगी पांच लाख की रंगदारी
पहले व्यापारी से लूट की, फिर मांगी पांच लाख की रंगदारी

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : बदमाशों ने सेक्टर-16ए निवासी व्यापारी से पहले स्कूटी और 50 हजार रुपये लूटे, इसके एक सप्ताह बाद पांच लाख रुपये की रंगदारी मांग ली। व्यापारी का घरेलू सहायक भी बदमाशों के साथ मिला था। क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने घरेलू सहायक सहित पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों में बसेलवा कालोनी निवासी सोनू, ओल्ड फरीदाबाद निवासी नवीन, भारत कालोनी निवासी अभिषेक, भूड़ कालोनी निवासी रोहित और व्यापारी का घरेलू सहायक राहुल शामिल हैं। लूटी गई स्कूटी, रुपये और मोबाइल आरोपितों से बरामद हुआ है। रंगदारी मांगे जाने की रिकार्डिंग भी पुलिस को मिल गई है। आरोपितों का वाइस सैंपल मिलान के लिए फारेंसिक लैब भिजवाया गया है।

loksabha election banner

सेक्टर-16ए निवासी राजेंद्र कुमार ओल्ड फरीदाबाद में दुकान करते हैं। 22 मार्च की रात दुकान बंद कर वे स्कूटी से घर लौट रहे थे। रास्ते में तीन-चार लड़कों ने उन्हें रोक लिया और जान से मारने की धमकी देकर स्कूटी लूट ले गए। स्कूटी की डिक्की में पचास हजार रुपये, मोबाइल व जरूरी कागजात थे। मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की तफ्तीश कर ही रही थी कि 30 मार्च को राजेंद्र के पास रंगदारी की काल आ गई। जान से मारने की धमकी देकर उनसे पांच लाख रुपये की मांग की गई। उनके परिवार की सारी जानकारी बदमाशों के पास थी। इससे राजेंद्र और उनका परिवार बुरी तरह डर गए। सूचना मिलते ही पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने क्राइम ब्रांच डीएलएफ प्रभारी अनिल कुमार और एसआइ ब्रह्मप्रकाश को जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने बदमाशों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। राजेंद्र के माध्यम से बदमाशों को रंगदारी के रुपये लेने के लिए बुलाया गया। बदमाश करीब तीन घंटे तक सामने नहीं आए और राजेंद्र कुमार को रुपये लेकर टहलाते रहे। क्राइम ब्रांच ने धैर्य से काम लिया और मौका मिलने पर बदमाशों को दबोच लिया। उनसे पूछताछ में पता चला कि पूरी साजिश राजेंद्र कुमार के घरेलू सहायक राहुल की थी। उसी ने राजेंद्र कुमार की सारी जानकारी अपने दोस्तों को दी। आरोपितों ने रंगदारी मांगने के लिए चोरी के मोबाइल का प्रयोग किया। क्राइम ब्रांच ने आरोपितों को अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.