नशीली दवा का तस्कर भी निकला चोरी की कारों को मणिपुर पहुंचाने वाला आरोपी
फर्जी आइपीएस बनकर चोरी की कारें मणिपुर पहुंचाने वाला आरोपित नकली नशीली दवाओं के कारोबार से भी जुड़ा था।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : फर्जी आइपीएस बनकर चोरी की कारें मणिपुर पहुंचाने वाला आरोपित अबंग मेहताब नशीली दवाओं का तस्कर भी निकला। क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 ने उसके दिल्ली के अस्थाई ठिकाने से प्रतिबंधित नशीली दवा की 70 हजार गोलियां बरामद की हैं। औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम के तहत मेडिकल स्टोर संचालक इस दवा को एमबीबीएस डॉक्टर की पर्ची के बिना नहीं बेच सकते। दवा कारोबारी भी इनकी तय मात्रा ही स्टॉक में रख सकते हैं। ऐसे में आरोपित के खिलाफ औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम की धाराओं के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
पूछताछ में उसने बताया कि वह दिल्ली-एनसीआर के कुछ दवा कारोबारियों के संपर्क में था। उनसे नशीली दवा की गोलियां लेता था। इन गोलियों को वह म्यांमार भिजवाता था। बदले में उसे दूसरी दवा मिलती थी, जिसकी कीमत भारत में काफी ज्यादा है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, मणिपुर और म्यांमार की सीमाओं के पास दो बाजार लगते हैं। इनमें दोनों तरफ के नागरिकों के आवागमन पर प्रतिबंध नहीं है। इन्हीं बाजारों से आरोपित दवाओं का लेन-देन करता था। क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 प्रभारी विमल कुमार और उनकी टीम ने आठ दिन पहले अबंग मेहताब को दिल्ली में उसके साथी कबीर अहमद के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों मणिपुर से संचालित होने वाले एक कार चोर गिरोह से जुड़े थे। दिल्ली-एनसीआर से चोरी की कारें वे मणिपुर पहुंचाते थे। अबंग मेहताब आइपीएस की वर्दी पहनकर कार में बैठता था, ताकि नाकों पर पुलिस उन्हें ना रोके। आठ दिन की रिमांड पर लेकर पुलिस दोनों से पूछताछ में जुटी थी। मणिपुर से कार चोर गिरोह के रिसीवर गिरफ्तार
एसीपी हेडक्वार्टर आदर्शदीप सिंह ने बताया अबंग मेहताब और कबीर अहमद से जानकारी जुटाकर क्राइम ब्रांच ने मणिपुर से मोहम्मद असकर और अरिबम गुनानांडा को गिरफ्तार किया है। वहां गांव चोबाक, लिलोंग, जिला थौबल निवासी असकर और अरिबम चोरी होकर पहुंचने वाली कारों के रिसीवर का काम करते थे। इन कारों को चेसिस व रजिस्ट्रेशन नंबर बदलकर बेचा जाता था। पुलिस ने शुक्रवार को चारों आरोपितों को अदालत में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया है। अबंग मेहताब से नशीली दवाओं के नेटवर्क की जानकारी जुटाई जाएगी। बाकी आरोपितों से कार चोर गिरोह के संबंध में पूछताछ होगी।