दो सेकेंड से भी कम समय में जतिन को मारी गईं तीन गोलियां
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि शूटर ने दो सेकेंड से भी कम समय में तीन गोलियां मारीं।
हरेंद्र नागर, फरीदाबाद : सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि शूटर ने दो सेकेंड से भी कम समय में तीन गोलियां मारीं। इससे दो बातें पुलिस के सामने बिल्कुल साफ हो गईं कि सेक्टर-21डी निवासी जतिन कथूरिया हत्याकांड को प्रोफेशनल बदमाशों ने अंजाम दिया है। हत्या के लिए उन्होंने अत्याधुनिक पिस्टल का प्रयोग किया। जिस तरह बदमाश पीछा करते हुए आए। घात लगाकर सीधे सिर में गोली मारी, इससे साफ है कि बदमाश जतिन की हत्या का पक्का इरादा करके आए थे। हत्या के तरीके से पुलिस को लगता है कि किसी ने सुपारी देकर हत्या कराई है। पुलिस की टीमों ने इस मामले में विभिन्न एंगल पर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का दावा है कि जल्द मामला सुलझा लिया जाएगा। सीसीटीवी कैमरा भी नहीं पकड़ पाया कि तीन गोलियां चलीं
जतिन हत्याकांड में पुलिस को पेट्रोल पंप की सीसीटीवी फुटेज मिली है। बदमाश ने इतनी तेजी से वारदात को अंजाम दिया कि सीसीटीवी कैमरा भी नहीं पकड़ पाया कि तीन गोलियां मारी गईं। सीसीटीवी फुटेज देखकर लगता है कि हमलावर ने केवल एक गोली चलाई। मगर पुलिस को मौके से तीन खोल मिले। जतिन के शरीर में सिर के अलावा जांघ व हाथ में गोली लगने के घाव हैं। दरअसल हमलावर ने जैसे ही जतिन के सिर में गोली मारी, वह नीचे गिरा। गिरते हुए जतिन पर उसने दो गोलियां और चला दीं, सामने कार होने के कारण सीसीटीवी में यह रिकॉर्ड नहीं हो पाया। इसलिए ऐसा लगा कि हमलावर ने केवल एक ही गोली चलाई। सीसीटीवी के अनुसार 10 बजकर 13 मिनट पर एक स्विफ्ट डिजायर कार सीएनजी भरवाकर आगे बढ़ती है। इसके बाद जतिन की होंडा सिटी कार का नंबर आ जाता है। जतिन कार से नीचे उतरता है, पंप कर्मी बोनट उठाता है। इतने में 10.14 बजे पीछे खड़ा हमलावर पिस्टल निकाल कर जतिन के सिर में गोली मारता है। पेट्रोल पंप कर्मियों ने भागते हुए बदमाश का पीछा किया, मगर उसने उनकी तरफ पिस्टल तानकर रुकने के लिए मजबूर कर दिया। बाल-बाल बचे सीएनजी पंपकर्मी कुंज बिहारी
पंप पर गांधी कॉलोनी निवासी कुंज बिहारी सीएनजी डाल रहे थे। उन्होंने ही जतिन की होंडा सिटी कार का बोनट खोलकर सीएनजी पंप लगाया था और मीटर चालू करने के लिए मुड़े। इसी दौरान हमलावर ने गोलियां चला दीं। कुंज बिहारी को लगा कि पंप में कुछ गड़बड़ हुई है, वे वापस मुड़े तो खून से लथपथ जतिन जमीन पर पड़ा था और हमलावर भाग रहा था। कुंज बिहारी को तुरंत ही सारा माजरा समझ आ गया। वे हक्के-बक्के खड़े रह गए। उन्होंने कहा कि अगर निशाना जरा भी चूकता को उन्हें गोली लग सकती थी। घटना के काफी देर बाद तक भी कुंज बिहारी सदमे में रहे।