Move to Jagran APP

एसीडी का फैसला वापस ले सरकार : हुड्डा

बिजली बिलों में अग्रिम खपत जमा (एसीडी)के नाम पर भारी भरकम राशि जोड़कर भेजे जाने को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ बताया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Apr 2021 06:58 PM (IST)Updated: Sun, 04 Apr 2021 06:58 PM (IST)
एसीडी का फैसला वापस ले सरकार : हुड्डा
एसीडी का फैसला वापस ले सरकार : हुड्डा

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : बिजली बिलों में अग्रिम खपत जमा (एसीडी)के नाम पर भारी भरकम राशि जोड़कर भेजे जाने को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मनोहर सरकार का यह फैसला जनविरोधी है और इसे वापस लेना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री रविवार को पूर्व विधायक ललित नागर की माता विद्यावती के निधन पर सेक्टर-17 स्थित उनके निवास पर शोक व्यक्त करने पहुंचे थे।

loksabha election banner

शोक व्यक्त कर बाहर निकले पूर्व मुख्यमंत्री ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा कि एसीडी का मामला प्रदेश के हर वर्ग और प्रत्येक व्यक्ति से जुड़ा हुआ है। कोरोना काल में जहां लोगों के रोजगार छिन गए, ऐसे में यह बोझ डालना अन्याय है। उन्होंने मंडी में फसल लाने बारे शुरू किए गए मेरी फसल-मेरा ब्योरा को भी किसानों के लिए परेशानी भरा बताया। उन्होंने कहा कि मंडियों में खरीद शुरू हो चुकी है, पर किसान पोर्टल की परेशानियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन दिनों हो यह रहा है कि पहले दिन किसान अपनी फसल काटता है, दूसरे दिन पोर्टल पर फसल का ब्योरा दर्ज कराता, तीसरे दिन फसल मंडी लेकर पहुंचता और वहां पहुंचने पर उसे पता चलता है कि पोर्टल ठप पड़ा है। ऐसे में किसान या तो अपनी फसल घर लेकर वापस जाए या फिर मंडी में दिन-रात इंतजार करे। उन्होंने रोहतक में सांसद अरविद शर्मा के पिता के निधन पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल का किसानों द्वारा विरोध और लाठीचार्ज के मामले पर कहा कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का हक सभी को हो। उन्होंने लाठीचार्ज को गलत बताया, साथ ही कहा कि सरकार के नुमाइंदों का उनके गांवों में ही प्रवेश करने पर विरोध हो रहा है। सरकार को चाहिए कि किसान संगठनों से बातचीत कर तीन कृषि कानूनों बारे उचित समाधान निकाले।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.