चावला कॉलोनी में बेरिकेडिग से आमजन परेशान
कोरोना संक्रमित मिलने पर प्रशासन द्वारा उस क्षेत्र को कंटेंनमेंट जोन घोषित कर दिया जाता है। साथ ही बैरिकेडिग भी कर दी जाती है ताकि संक्रमितों के संपर्क में और लोग न आए।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : कोरोना संक्रमित मिलने पर प्रशासन द्वारा उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया जाता है। साथ ही बेरिकेडिग भी कर दी जाती है ताकि संक्रमितों के संपर्क में और लोग न आएं। पर कई जगह कंटेनमेंट जोन में कोरोना संक्रमित ठीक हो जाते हैं और इसकी समय सीमा भी पूरी हो जाती है, इसके बावजूद प्रवेश द्वार पर बेरिकेडिग नहीं हटाई जाती। जिस कारण स्थानीय लोगों को परेशानी होती है। इसी तरह चावला कॉलोनी का भी हाल है। यहां कंटेनमेंट जोन बने हुए 15 दिन से भी अधिक हो गए हैं। नियमानुसार कंटेनमेंट जोन में यदि 15 दिन तक कोई और कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिलता है, तो फिर बेरिकेडिग हटा दी जाती है। लेकिन यहां ऐसा नहीं हो सका है। लोगों ने इस बारे में प्रशासनिक अधिकारियों से भी शिकायत की लेकिन समाधान नहीं हो सका है। जहां पर कंटेनमेंट जोन की तय समय सीमा पूरी हो चुकी है, उन स्थानों से बेरिकेडिग हटाकर रास्तों को खोल दिया जाएगा। ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। ये बल्ली लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बांधी गई थी।
-त्रिलोक चंद, एसडीएम बल्लभगढ़