आगरा नहर में भूमि कटाव से गिरा बिजली का खंभा
खतरे को भांपते हुए उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग ने पहले ही इस लाइन से बिजली कनेक्शन कटवा दिया था। इस कारण बड़ा हादसा होने से बच गया। अब इस खंभे को कहीं और लगाया जाएगा। उधर आगरा नहर से पांच दिन बाद भी पुल के गिरे हुए हिस्से को बाहर नहीं निकाला जा सका है। मौके पर उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग की ओर से काफी मजदूर काम पर लगाए हुए हैं। दो अर्थमूवर भी काम कर रहीं हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: जर्जर बडौली पुल गिरने के बाद आगरा नहर में हो रहे भूमि कटाव से एक बिजली का खंभा लाइन सहित गिर गया है। हालांकि खतरे को भांपते हुए उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग ने पहले ही इस लाइन से बिजली कनेक्शन कटवा दिया था। इस कारण बड़ा हादसा होने से बच गया। अब इस खंभे को कहीं और लगाया जाएगा। उधर आगरा नहर से पांच दिन बाद भी पुल के गिरे हुए हिस्से को बाहर नहीं निकाला जा सका है। मौके पर उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग की ओर से काफी मजदूर काम पर लगाए हुए हैं। दो अर्थमूवर भी काम कर रहीं हैं। अधिकारियों के अनुसार इस समय आगरा नहर के पानी को बंद नहीं किया जा सकता क्योंकि हजारों किसान इसी पानी से अपनी फसलों की सिचाई करते हैं। इसलिए बहते हुए पानी के बीच से पुल के गिरे हुए बड़े-बड़े टुकड़े निकाल पाना आसान नहीं है। बता दें सोमवार सुबह जर्जर बडौली पुल का बड़ा हिस्सा आगरा नहर में गिर गया था। भूमि कटाव रोकने का काम जारी
इस पुल की वजह से हो रहे भूमि कटाव को रोकने का काम अभी जारी है। मजदूर लगातार मिट्टी से कट्टे भरकर तैयार कर रहे हैं। जहां भूमि कटाव हो रहा है, वहां आगरा नहर में बल्लियां खड़ी की जा रही हैं, इन बल्लियों के सहारे मिट्टी के कट्टे रखे जाएंगे ताकि पानी की वजह से और अधिक भूमि कटाव न हो सके। फिलहाल भूमि कटाव रोकने की दिशा में काम चल रहा है। कुछ दिन बाद आगरा नहर का पानी रोका जाएगा। तब तक धान की फसल पूरी तरह से पक चुकी होगी। इसके बाद नहर में पड़े हुए पुल के मलबे को बाहर निकाला जाएगा।
-बृजकिशोर, सहायक अभियंता, उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग।