महिलाओं ने सुनी कथा, श्री गणेश, चंद्र देव की पूजा कर मांगी मन्नतें
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : बृहस्पतिवार को दादरी जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सक
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
बृहस्पतिवार को दादरी जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सकट चौथ व्रत पर्व धूमधाम से मनाया गया। यह व्रत माघ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। महिलाओं ने सकट हरण गणपति का पूजन किया और परिवार की सुख-समृद्धि के साथ संतान की दीर्घायु की कामनाएं की। सकट चौथा कथा एकाग्रचित होकर महिलाओं ने सुनी। बुजुर्ग महिला ओमपति ने बताया कि यह व्रत स्त्रियां अपने संतान की दीर्घायु और सफलता के लिए करती है। इस व्रत के प्रभाव से संतान को रिद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है तथा उनके जीवन में आने वाली सभी विघ्न, बाधाएं गणेश भगवान दूर कर देते हैं। इस दिन स्त्रियां पूरे दिन निर्जला व्रत रखती है और शाम को गणेश पूजन तथा चंद्रमा को अर्घ्य देने पश्चात ही जल ग्रहण करती है। पुजारी केशव शर्मा ने बताया कि इस दिन विद्या, बुद्धि, वारिधि गणेश तथा चंद्रमा की पूजा की जाती है। भालचंद्र गणेश की पूजा सकट चौथ को की जाती है। प्रात:काल नित्य क्रम से निवृत होकर षोड्शोपचार विधि से गणेश जी की पूजा करें। पूरे दिन मन ही मन श्री गणेश जी के नाम का जप करें। सूर्यास्त के बाद स्नान कर के स्वच्छ वस्त्र पहने जाते हैं और श्री गणेश जी का पूजन किया जात है। ऐसी मान्यता है कि इससे भाई-बंधुओं में आपसी प्रेम-भावना की वृद्धि होती है। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग प्रकार के तिल और गुड़ के लड्डू बनाये जाते हैं। महिलाओं ने गणेश पूजन के बाद चंद्रमा को कलश से अर्घ्य अर्पित किया और चंद्र देव से अपने घर-परिवार की सुख और शांति के लिए प्रार्थना की।