जनांदोलन के जरिये मिलकर करेंगे मुकाबला: किसान
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर तीनों कृषि कानूनों को रद करवाने
जागरण संवाददाता, भिवानी : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर तीनों कृषि कानूनों को रद करवाने तथा एमएसपी की संवैधानिक गारंटी लागू करवाने के लिए चल रहा किसान आंदोलन एक ऐतिहासिक व्यापक जन आंदोलन बन चुका है। जब भाजपा सरकारों ने सभी जातियों के कमेरे वर्ग पर हमला किया है तो मुकाबला भी सभी एकजुट होकर मिलजुलकर करेंगे। यह बात कितलाना टोल पर धरने को सम्बोधित करते हुए किसान यूनियन पानीपत के प्रधान सुरेंद्र उर्फ सोनू मालपुरिया ने कही।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की केंद्र सरकार व राज्य सरकारें किसान आंदोलन की भारी उपेक्षा कर रही है तथा इस जन आंदोलन को सही रास्ते से भटका कर जातिवादी हिसा में धकेलने की नापाक कोशिश कर रही हैं। लेकिन अब सभी लोग इनकी साजिश को बखूबी समझ गए हैं और आंदोलन को शंातिपूर्ण तरीके से सफलतापूर्वक चला रहे हैं।
सांगवान खाप चालीस के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई ने घोषणा करते हुए कहा कि सात नवंबर को दादरी में जेजेपी नेता का वहां पहुंचने पर विरोध किया जाएगा। कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 316वें दिन सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, किसान सभा से रणधीर कुंगड़, युवा कल्याण संगठन से कमल प्रधान, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से दिलबाग ढुल, चौगामा खाप से रणसिंह नीमड़ीवाली, महिला नेत्री राजबाला, प्रेम शर्मा कितलाना व जाटू खाप से मास्टर राजसिंह जताई ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। मंच संचालन किसान सभा के कामरेड ओमप्रकाश ने किया।
इस अवसर पर पूर्व कर्मचारी नेता फूलकुमार पेटवाड़, मास्टर ताराचन्द चरखी कन्नी प्रधान, सूरजभान झोझू कन्नी प्रधान, सुरेन्द्र कुब्जानगर, रणधीर घिकाड़ा, बलबीर सिंह बजाड़, धर्मेन्द्र छपार, रतन जिदल, सन्तोष देशवाल, सुशीला धनाना, मदनलाल धानक, मुन्ना पंडित, रामफल देशवाल, कप्तान रामफल डोहकी, शब्बीर हुसैन, ओमप्रजापति, राजेन्द्र जांगड़ा, बुजनराम जांगड़ा, सुबेदार सतबीर सिंह शामिल रहे।