सितंबर में जून जैसा मौसम, गर्मी व उमस से छूट रहे पसीने
चरखी दादरी सितंबर माह का तीसरा सप्ताह खत्म होने के बावजूद जिला दादरी मे
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : सितंबर माह का तीसरा सप्ताह खत्म होने के बावजूद जिला दादरी में इस बार गर्मी, उमस का सिलसिला जारी है। इसके चलते मौसम का मिजाज भी कुछ बदला बदला नजर आ रहा है। पिछले सालों तक यह देखने में आता रहा था कि अगस्त के महीने के बाद मौसम में बदलाव शुरू हो जाता था। सितंबर के दूसरे सप्ताह के बाद तो गर्मी, उमस कहीं दिखाई नहीं देती थी। इसी महीने के तीसरे सप्ताह में तो रात के समय हल्की ठंड का अहसास होने लगता था। इस बार दिनभर गर्मी पड़ने, उमस का माहौल बना रहने से आम आदमी पसीने से तरबतर देखे जा सकते हैं। इसी प्रकार रात्रि के समय मई-जून के महीनों की तरह कूलर, एसी चल रहे हैं। हालांकि पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि इस बार मानसून सामान्य रहने से तापमान में जल्द ही गिरावट दिखाई देने लगेगी लेकिन स्थिति कुछ विपरीत बनी हुई है। उमस का दौर जारी रहने से आम लोगों की परेशानियां बढ़ रही हैं। विशेषकर कई मौसमी बीमारियों का प्रकोप लगातार जारी है। बाक्स :
अस्पतालों में बढ़ी भीड़
गर्मी, उमस के साथ-साथ हवाओं में नमी से दादरी जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की संक्रामक बीमारियों का तेजी से प्रसार हो रहा है। स्थानीय निजी व सरकारी अस्पतालों में इन दिनों वायरल, बुखार, जुकाम, निमोनिया, श्वांस, दमा, अस्थमा, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह इत्यादि से प्रभावित मरीजों की खासी संख्या देखी जा रही है। स्थानीय चिकित्सक लोगों से घरों व आसपास पानी जमा न होने देने, साफ सफाई के प्रति विशेष ध्यान रखने, खाने पीने के मामले में सावधानियां बरतने के साथ साथ कोरोना संक्रमण बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हिदायतों की नियमित रूप से पालना करने का आग्रह कर रहे हैं। बाक्स :
बिजली का पानी संकट गहराया
सितंबर माह के तीसरे सप्ताह के दौरान भी गर्मी, उमस का दौर जारी रहने से दादरी नगर के विभिन्न भागों में पिछले कुछ दिनों से पेयजल व बिजली संकट भी बना दिखाई दे रहा है। यहां की दर्जनों घनी जनसंख्या वाली कालोनियों में दो-दो, तीन-तीन दिनों में केवल एक बार पानी की सप्लाई होने से आमजन की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। इसी प्रकार पिछले कुछ दिनों से दिनरात कई घंटों अघोषित पावर कट लगने से लोगों को गर्मी, उमस के कारण खासी दिक्क्तें उठानी पड़ रही है। नगर की कई कालोनियों में महिलाएं दिनभर पीने के पानी को दूर के स्थानों से ढोती देखी जा सकती हैं।