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पानी की जरूरत और जल संरक्षण को लेकर जिले के लिए बनेगा वाटर रिर्सोसेज प्लान

उपायुक्त आरएस ढिल्लो की अध्यक्षता में जिला वाटर रिर्सोसेज अथारिटी के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में उपायुक्त जिला में जल संसाधनों की समीक्षा की। उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को फिलहाल पानी की मौजूदा स्थिति व निकट भविष्य में पानी की जरूरत की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने बताया कि हरियाणा वाटर रिर्सोसेज अथारिटी द्वारा प्रदेशभर में भूमिगत जलस्तर और जल संसाधनों को स्थिति की समीक्षा की जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 07:14 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 07:14 PM (IST)
पानी की जरूरत और जल संरक्षण को लेकर जिले के लिए बनेगा वाटर रिर्सोसेज प्लान
पानी की जरूरत और जल संरक्षण को लेकर जिले के लिए बनेगा वाटर रिर्सोसेज प्लान

जागरण संवाददाता, भिवानी : उपायुक्त आरएस ढिल्लो की अध्यक्षता में जिला वाटर रिर्सोसेज अथारिटी के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में उपायुक्त जिला में जल संसाधनों की समीक्षा की। उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को फिलहाल पानी की मौजूदा स्थिति व निकट भविष्य में पानी की जरूरत की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने बताया कि हरियाणा वाटर रिर्सोसेज अथारिटी द्वारा प्रदेशभर में भूमिगत जलस्तर और जल संसाधनों को स्थिति की समीक्षा की जा रही है।

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उन्होंने बताया कि जिले में भी वाटर रिर्सोसेज प्लान तैयार किया जाएगा, जिसके माध्यम से निकट भविष्य के लिए समुचित जल और जल संरक्षण के लिए योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए मुख्य रूप से जन स्वास्थ्य विभाग, सिचाई विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, मत्स्य पालन आदि सहित संबंधित विभागों द्वारा अलग-अलग रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसमें वे उनसे संबंधित विभागों के अनुरूप फिलहाल पानी की उपलब्धता व खपत, भविष्य में पानी की खपत का पूरा विवरण देंगे। पशुपालन विभाग द्वारा बताया जाएगा कि जिले में कितने पशु हैं तो उनको प्रतिदिन कितने पानी की जरूरत होती है और जिला में फिलहाल कितना पानी उपलब्ध है।

इसी प्रकार से कृषि विभाग यह रिपोर्ट तैयार करेगा कि जिला में कितनी भूमि खेती योग्य है और किस मौसम में कौन सी फसल होती है और उसके लिए कितने पानी की जरूरत पड़ती है तथा फिलहाल कितना पानी उपलब्ध है। इसी प्रकार से जनस्वास्थ्य विभाग अपनी रिपोर्ट में बताएगा कि जिला की आबादी के अनुरूप पर्याप्त पेयजल की स्थिति क्या है और निकट भविष्य में बढ़ने वाली आबादी के हिसाब से कितने पानी की जरूरत होगी। सिचाई विभाग द्वारा भी इसी प्रकार की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसी प्रकार से वन विभाग द्वारा भी उनके वन क्षेत्र में पानी की जरूरत की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इस प्रकार से राजस्व विभाग, जिला विकास एवं पंचायत विभाग व अन्य सभी संबंधित विभाग अपनी-अपनी रिपोर्ट तैयार करके सिचाई विभाग के पास भेजेंगे, जहां से रिपोर्ट हरियाणा वाटर रिर्सोसेज अथारिटी के पास भेजी जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि पूरे जिला की ब्लाक व गांव स्तर की भूमिगत जलस्तर की रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी। इसी रिपोर्ट के आधार पर जल संरक्षण के साधन तैयार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सिचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता जिला वाटर रिर्सोसेज प्लान अथारिटी के सदस्य सचिव हैं। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त राहुल नरवाल, जिला वन अधिकारी जितेंद्र अहलावत, सिचाई विभाग के एसई प्रदीप कुमार यादव, जिला राजस्व अधिकारी राजकुमार, जिला विकास एवं पंचायत विभाग आशीष मान सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।


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