आज कमेटी कर सकती है दौरा, डाडम-खानक के ग्रामीण-मजदूरों ने सौंपा ज्ञापन, खनन कार्य शुरू करने की मांग
डाडम-खानक के ग्रामीण मजदूर गाड़ी मालिकों ने डाडम पहाड़ में खनन कार्य जल्दी शुरू करवाने की मांग करते हुए नायब तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। गाड़ी मालिक मजदूर दुकानदार व क्रशर मालिकों ने खनन कार्य करवाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, तोशाम : डाडम-खानक के ग्रामीण, मजदूर, गाड़ी मालिकों ने डाडम पहाड़ में खनन कार्य जल्दी शुरू करवाने की मांग करते हुए नायब तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। गाड़ी मालिक, मजदूर, दुकानदार व क्रशर मालिकों ने खनन कार्य करवाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीण अमित लाल, मोहित बागनवाला, अजमेर डाडम आदि ने बताया कि एक जनवरी को प्राकृतिक आपदा के चलते डाडम क्षेत्र में एक दुखद घटना पहाड़ खिसकने की घटी, जिसके बाद से डाइम क्षेत्र में खनन कार्य बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि गत 20 वर्षो के दौरान डाडम स्टोन क्रशर में पीड़ादायक माहौल में यहां के मजदूर, ड्राईवर व क्रशर मालिक काम करने को मजबूर हैं।
बार-बार कभी प्राकृतिक आपदा तो कभी एनजीटी के नियम व कई बार न्यायालय के हस्तक्षेप के कारण कार्य बंद रहा। जिसके कारण लगभग 40 हजार लोगों की रोजी-रोटी सीधे रूप से प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि 2002-2005 तक खनन सुचारू रूप से चल रहा था, लेकिन राज्य में सरकार बदलने के बाद इसे रोक दिया गया था। इसके कारण क्रशर मालिकों, ट्रक मालिकों, गरीब श्रमिकों आदि को एक वर्ष तक का नुकसान उठाना पड़ा था। 2006-2007 तक दोबारा खनन कार्य शुरू हुआ और फिर से बंद हो गया। फिलहाल सबको रोजगार मिल रहा था, लेकिन दुर्भाग्य से माईनिग के दौरान प्राकृतिक आपदा घटी, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई।
उन्होंने पिछले दो साल में लगभग 8 महीने खनन कार्य ही चल पाया, कोरोना काल, बारिश, प्रदूषण जैसे अनेक कारणों की वजह से अधिकतर समय कार्य बंद ही रहा है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग राजनैतिक लोग इस प्राकृतिक आपदा का फायदा उठाकर इस कार्य को बंद करवाने के लिए तरह- तरह के नकारात्मक ब्यान देकर राज्य के खनन कार्य को बंद करवाना चाहते हैं, ताकि उन लोगों का और उनके रिश्तेदारों व मित्रों की राजस्थान की माईनिग सामग्री हरियाणा में बिक सके। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से अतिशीघ्र खनन कार्य शुरू कर रोजगार बचाने की मांग की गई है। इस अवसर पर मनोज श्योराण, सतीश डाडम, अमित बागनवाला, अजमेर डाडम, रामपाल, चिकू डाडम, सतबीर सांगा, बादल छपार, सोमबीर, रविन्द्र सरल, रूपेश कैरू सहित अनेक गाड़ी मालिक, मजदूर, दुकानदार आदि मौजूद थे।
आज कर सकती है कमेटी दौरा
एक जनवरी को डाडम पहाड़ में हुए हादसे की जांच कर रहीं कमेटी बुधवार को डाडम पहाड़ का दौरा कर सकती है और जांच कमेटी हादसे वाली जगह व अन्य जगहों का दौरा कर गहनता से इस मामले में जांच पड़ताल करेगी। डाडम पहाड़ में हुए हादसे की जांच प्रशासन की ओर से गठित पांच सदस्यीय कमेटी कर रही है। कमेटी में अतिरिक्त उपायुक्त राहुल नरवाल, तोशाम के एसडीएम मनीष फौगाट, एएसपी हितेश यादव, जिला वन अधिकारी जितेंद्र अहलावत और माइनिग विभाग के अधिकारी भूपेंद्र सिंह जांच कर रहे हैं। जांच टीम बुधवार को डाडम पहाड़ में पहुंचकर गहनता से जांच करेगी। वहीं पुलिस ने भी एसआइटी गठित कर रखी है जो जांच कर रहीं है।