राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को मॉडल संस्कृति स्कूल में तबदील किए जाने की राह हुई आसान
राजेश कादियान बवानीखेड़ा आखिरकार लंबी जद्दोहद के बाद डीआरओ की पहल पर कस्बे के राजक
राजेश कादियान, बवानीखेड़ा
आखिरकार लंबी जद्दोहद के बाद डीआरओ की पहल पर कस्बे के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को मॉडल संस्कृति स्कूल में तबदील किए जाने की राह आसान हो गई है। राजस्व विभाग की रिपोर्ट के आधार पर अब स्कूल प्रशासन ने सीबीएसई से मान्यता लेने के लिए आवेदन कर दिया है। संभावना जताई जा रही है अगर सब कुछ सामान्य रहा तो इस रिपोर्ट के आधार पर स्कूल को मान्यता मिल जाएगी। ध्यान रहे कि कस्बे के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को अगले शैक्षणिक सत्र से मॉडल संस्कृति स्कूल में बदला जाना है। पिछले करीब 4 माह से स्कूल प्रशासन स्कूल परिसर की मलकीयत अपने नाम न होने के चलते अनेक विभागों के चक्कर काट रहा था। हालांकि स्कूल प्रशासन को अभी मलकियत तो नहीं मिल पाई है लेकिन राजस्व विभाग की रिपोर्ट के आधार पर एक बार तो सीबीएसई से मान्यता लेने की राह तो आसान हो गई है। क्योंकि यहां के स्कूल की अधिकतर जमीन नगर पालिका प्रशासन के नाम है। सीबीएसई की शर्त के अनुसार स्कूल की जमीन स्कूल प्रशासन के अधीन ही आनी चाहिए। इस शर्त के अलावा स्कूल प्रशासन ने मॉडल संस्कृति स्कूल के लिए रखी गई सभी आवश्यक शर्तें पूरी कर ली हैं। चाहे स्कूल में अग्री शमन यंत्र लगाने की बात हो, चाहे स्वच्छ पेयजल का प्रबंध हो स्वास्थ्य विभाग की सभी आवश्यक शर्तों के अलावा सभी आवश्यक शर्तें पूरी कर ली गई हैं और अनेक विभागों से एनओसी भी प्राप्त कर ली है। अब मान्यता के लिए सीबीएसई को आवेदन कर दिया गया है। ताकि अगले शैक्षणिक सत्र के दौरान यह स्कूल संस्कृति मॉडल में तबदील हो सके। स्कूल में इन दिनों कक्षा 9 से 12वीं तक 408 व कक्षा 6 से 8वीं तक 205 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसके अलावा स्कूल में अनेक बच्चे प्राथमिक शिक्षा भी ग्रहण कर रहे हैं। स्कूल परिसर करीब पांच एकड़ भूमि में फैला हुआ है। पिछले 4 माह से स्कूल प्रशासन सीबीएसई से मान्यता के लिए स्कूल की आवश्यक शर्त मलकियत को लेकर ही जद्दोहद कर रहा था। बाद में स्कूल प्रशासन ने यह मामला डीआरओ के दरबार पहुंचाया। डीआरओ ने तुरंत संज्ञान ले कस्बे के नायब तहसीलदार को इस मामले में तुरंत कार्यवाई करने के निर्देश दिए और नियमों अनुसार स्कूल की मान्यता के लिए आवश्यक शर्त को पूरी करने के लिए रिपोर्ट तैयार करवाई। इसी रिपोर्ट के आधार पर स्कूल प्रशासन मॉडल संस्कृति के लिए आवेदन कर दिया है। इस बारे में डीआरओ प्रमोद चहल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्कूल की मान्यता के लिए राजस्व विभाग द्वारा नियमानुसार रिपोर्ट तैयार कर स्कूल प्रशासन को सौंप दी है। उन्होंने बताया कि छात्रों के भविष्य का सवाल है। उनके संज्ञान में जब यह मामला आया तो तुरंत उन्होंने नियमानुसार कार्यवाई अमल में लाई है ताकि स्कूल प्रशासन समय पर सीबीएसई से मान्यता ले सके। प्रधानाचार्या संतोष भाकर ने बताया कि हालांकि स्कूल की मलकियत के लिए लंबी प्रक्रिया है। सीबीएसई से मान्यता लेने के लिए काफी कम समय बचा है। वे पिछले 4 माह से इस शर्त को पूरा करने के लिए विभिन्न विभागों के चक्कर काट रही थी। आखिर में डीआरओ के संज्ञान में यह मामला लाया गया। उन्होंने मान्यता के लिए विभाग की ओर से रिपोर्ट तैयार करवाई है। इसी रिपोर्ट के आधार पर आवेदन किया गया है।