अनमोल है आक्सीजन : ऑक्सीजन पार्क नजर आता है संतोष का आंगन, लगे हैं सैकड़ों पौधे
जागरण संवाददाता चरखी दादरी प्रेमनगर कालोनी निवासी संतोष देवी के घर को देखकर लगता है ि
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : प्रेमनगर कालोनी निवासी संतोष देवी के घर को देखकर लगता है कि यह प्रकृति की खूबियों से भरा हुआ है। घर के आंगन में जहां भी नजर डालें वहीं पौधे व फूल ही नजर आते हैं। इनका आंगन पौधों की खुशबू से महकता रहता है। घर में हरियाली ही हरियाली नजर आती है जो संदेश देती है कि घर में इसी तरह पौधे लगाकर न केवल ऑक्सीजन ले सकते हैं बल्कि पर्यावरण को भी स्वच्छ बना सकते हैं। बौंद खंड के अचीना कलस्टर में नियुक्त सहायक संसाधन समन्वयक, एबीआरसी संतोष का कहना है कि जीवन के लिए ऑक्सीजन चाहिए। ऑक्सीजन केवल पौधों से मिल सकती है। कोरोना महामारी के दौर में ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ी है। हर व्यक्ति अपने घर में पौधे लगा ले तो बीमारी उस घर से दूर रहती है। सुबह, शाम करती है पौधों की देखभाल
संतोष ने बताया कि पिछले सात साल से वह पेड़-पौधों की देखभाल कर रही है। पौधों में फव्वारों से पानी देना, उनमें खाद इत्यादि कार्य वह स्वजनों के साथ मिलकर करती है। पौधों के बीच रह कर आत्मीयता और स्वस्थ जीवन का जो अहसास होता है उसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। उन्होंने घर के आंगन में स्नेक प्लांट, यूरेका पाम, एलोविरा, शहतूत, नींबू, मौसमी, पुदीना, जामुन सहित विभिन्न तरह के पौधे लगे हैं। बेहतर पर्यावरण के लिए पौधरोपण जरूरी
संतोष का मानना है कि शहर में रहते हुए घर में हरियाली का होना बहुत जरूरी है। हरियाली हमारे स्वभाव में बदलाव लाती है। कोरोना संक्रमण के दौर में तो यह और भी ज्यादा जरूरी हो गया है कि हम ज्यादा से ज्यादा पौधे रोपित करें ताकि पर्यावरण स्वच्छ रहे। जागरण की मुहिम को सराहा
संतोष ने दैनिक जागरण द्वारा शुरू की गई अनमोल है ऑक्सीजन मुहिम की सराहना करते हुए कहा कि इससे लोगों का पौधों के प्रति लगाव बढ़ेगा। पौधे लगेंगे तो ऑक्सीजन भी बढ़ेगी। कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही है। ऐसे समय में दैनिक जागरण ने यह मुहिम चलाकर लोगों को अपने घर में शुद्ध ऑक्सीजन देने वाले पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया है।