उठान न होने से अनाज से अटी ढिगावा जाटान की अनाज मंडी
अनाज मंडियों में गेहूं का उठान धीमी गति से होने के कारण वह अनाज से पटी पड़ी हैं।
मदन श्योराण, ढिगावा मंडी : अनाज मंडियों में गेहूं का उठान धीमी गति से होने के कारण वह अनाज से पटी पड़ी हैं। इसके चलते व्यापारियों का भुगतान भी रुका हुआ है। किसान भी परेशान हैं। वहीं गेहूं के खुले में पड़े होने व्यापारियों की चिता बढ़ती जा रही है। ढिगावा जाटान की नई अनाज मंडी में शनिवार तक 3 लाख 80 हजार क्विंटल से अधिक अनाज की खरीद हो चुकी है, लेकिन अभी तक 30 प्रतिशत माल भी नहीं उठा है। इस कारण मंडी में पैर रखने तक की जगह भी नहीं है।
अनाज मंडी में पैर रखने तक की जगह नहीं है आढ़तियों को अनाज मंडी में जहां जगह मिल रही है वहीं पर गेहूं को उतारा जा रहा है। रास्ते भी बंद हो गए हैं। कंकर, पत्थरों में गेहूं को डाला जा रहा है। वहीं से फिर बिना साफ-सफाई के सीधे बोरियों में गेहूं भरा जा रहा है। ढिगावा जाटान की नई अनाज मंडी में खरीद का जिम्मा वेयर हाउस को दिया हुआ है। रिकार्ड के मुताबिक वेयर हाउस ने शनिवार तक 2 लाख 56 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद की है। दो दिन से खरीद बंद होने के बावजूद भी मंडी में लगातार गेहूं आ रहा है। मार्केट कमेटी के अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि खरीद एजेंसी के अधिकारियों से बात करके उठान में तेजी लाई जाएगी। व्यापारियों को बोल दिया गया है साफ सुथरा गेहूं बोरियों में भरें।
गेहूं खरीद के बाद भुगतान तय समय में करना भाजपा का जुमला : हरि सिंह
संवाद सहयोगी, तोशाम : भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का गेहूं खरीद के बाद 48 घंटे में भुगतान करने की बात सिर्फ एक जुमला है और अनाज मंडी में गेहूं खरीद के समय काफी अनियमित्ताएं है। यह बात कांग्रेस के हलका प्रधान एडवोकेट हरिसिंह सांगवान ने तोशाम अनाज मंडी का दौरा करने के उपरांत किसानों से रूबरू होते हुए कही। इसके बाद उन्होंने किसानों के पक्ष में चल रहे धरने का समर्थन किया।
कांग्रेस के हलका प्रधान एडवोकेट हरिसिंह सांगवान ने कहा कि पूर्व मंत्री व कांग्रेस वरिष्ठ नेता किरण चौधरी व पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने हमेशा किसानों की आवाज को उठाया है। उन्होंने कहा कि किसानों का ना तो समय पर भुगतान हो रहा है और गेहूं बेचते समय उनको काफी परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खाद के दाम बढ़ाकर किसानों की कमर तोड़ दी है। किसानों के साढ़े दस रुपये प्रति क्विंटल काटे गए है वो उन्हें मिलने चाहिए यह किसानों के साथ दुर्व्यवहार है। किसान पहले ही महंगाई की मार से मरा हुआ है। किसानों से मिलकर किसानों की समस्याओं को सुना और अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। इस मौके पर सुखबीर चेयरमैन, अशोक सिगला,मंदीप जाटान सरल, कुलदीप पटौदी, पवन जांगड़ा संड़वा, सुनील भारीवास, किसान नेता सुरेंद्र पंघाल, राजेश लक्ष्मणपुरा, पप्पू नम्बरदार आदि मौजूद थे।