प्राचीन तालाब को झील बनाए जाने के काम को अतिक्रमणकारियों ने रोका, ठेकेदार ने दी शिकायत
जागरण संवाददाता भिवानी नगर परिषद द्वारा मुख्यमंत्री कोष से मिली ग्रांट से शहर के प्राचीन ताल
जागरण संवाददाता, भिवानी : नगर परिषद द्वारा मुख्यमंत्री कोष से मिली ग्रांट से शहर के प्राचीन तालाबों को झील बनाकर सुंदरीकरण का कार्य किया जा रहा है, लेकिन शुरू से ही यह कार्य अतिक्रमण व अवैध कब्जाधारियों के कारण लटका हुआ है। कुंगड़वाला जोहड़ के सुंदरीकरण का कार्य दो व्यक्तियों द्वारा जबरन रुकवाने व ठेकेदार को जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। आरोप है कि वहां तालाब की जमीन पर कब्जा किए हुए दो व्यक्तियों ने ठेकेदार को जान से मारने की धमकी दी और काम शुरू नहीं करने दिया। ठेकेदार ने इस मामले में नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी को अवगत करवाया गया। कार्यकारी अधिकारी ने इस मामले की शिकायत शहर थाना पुलिस से की। पुलिस ने हनुमान गेट निवासी दो व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस द्वारा आरोपितों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
नगर परिषद द्वारा हाल ही में आचार संहिता लागू होने से पहले मुख्यमंत्री कोष से मिली ग्रांट से शहर के तालाबों के सुंदरीकरण का कार्य शुरू किया गया था। शहर के सात तालाबों का एक साथ कार्य शुरू किया गया। ढाणा रोड पर स्थित कुंगड़वाला जोहड़ के तालाब के सुंदरीकरण का टेंडर अजयपाल सिंह नामक ठेकेदार के नाम अलाट हुआ था। ठेकेदार ने वहां पर एक अप्रैल को ठेकेदार व उसकी टीम काम शुरू करने के लिए वहां पहुंची। वहां पर दो व्यक्तियों ने कुछ जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ था। ठेकेदार ने उन्हें वहां से जमीन खाली करने के लिए कहा।
ठेकेदार का आरोप है कि उक्त व्यक्तियों ने तालाब के सुंदरीकरण का काम शुरू नहीं करने दिया और मजदूरों को भगा दिया। इतना नहीं ठेकेदार का आरोप है कि उक्त व्यक्तियों ने उसे जान से मारने की धमकी तक दी। काफी समझाने के बाद भी उक्त व्यक्ति नहीं माने। ठेकेदार ने लिखित में इस मामले की शिकायत नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अपूर्वा चौधरी को दी। नप कार्यकारी अधिकारी ने घटना की शिकायत शहर थाना पुलिस से की है। पुलिस ने इस बारे में हनुमान गेट निवासी संजय व रामसिंह के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने व सरकारी जमीन पर कब्जा किए जाने का मामला दर्ज किया है। पुलिस द्वारा आरोपितों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।