बरसात न होने से कपास व बाजरे की फसल सूखने के कगार पर
बरसात की कमी से कपास ओर बाजरे की फसल चौपट होने के कगार पर है। ऊपर से बिजली के लगातार कट लग रहे हैं। सब स्टेशन का मोबाइल भी बंद मिलता है।
संवाद सूत्र, जुई : बरसात की कमी से कपास ओर बाजरे की फसल चौपट होने के कगार पर है। ऊपर से बिजली के लगातार कट लग रहे हैं। सब स्टेशन का मोबाइल भी बंद मिलता है। कारण पूछने पर किसानों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। ऐसा हाल जुई बिजली घर के 132 केवी सबस्टेशन के कर्मचारियों द्वारा किसानों के साथ किया जा रहा है।
खेतों में बिजली आपूर्ति करने वाले लाडावास फीडर ओर भरिवास फीडर पर किसान भारी परेशान हैं। गर्मी के मौसम में डिम बिजली तक नही दे रहे। किसानों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। किसानों ने प्रशासन से दोषी कर्मचारियों को बदलने ओर बिजली आपूर्ति सुचारू करने की गुहार लगाई है।
जुई के किसान ओमप्रकाश बादल, इंद्रपाल गुलिया, बलवान सिंह, राजबीर सिंह, बिजेंद्र रापड़िया, संजय रापड़िया, वाशु देव शर्मा, सतबीर सिंह, राजेश कुमार, मिरसिंह लाम्बा, अनिल कुमार, संदीप मेचु, जयबीर मेचु सुरेश रापड़िया ने बताया कि एरिया में बरसात हुए एक महीना से भी ज्यादा का समय हो चुका है। ऐसे में कपास और बाजरे की फसल बिल्कुल सूखने के कगार पर है। उनको जीवित रखने का एक माध्यम केवल फव्वारा सिचाई ही है, लेकिन जुई बिजली घर 132 केवी सब स्टेशन के कर्मचारी जानबूझकर फीडर पर कट लगा देते हैं। कारण पूछने पर दुर्व्यवहार करते हैं।
किसानों ने बताया कि सब स्टेशन का फोन नंबर 9812087260 अकसर बंद रहता है। आठ घंटे बिजली की जगह अनेक कट लगाकर बिजली की खानापूर्ति कर दी जाती है। खेतों में रहने वाले लोग रात में आने वाली डिम ओर दो फेज की बिजली को तरस गए हैं। कर्मचारियों का व्यवहार बहुत ही निदनीय ओर रौब वाला है। किसानों ने प्रशासन से बिजलीघर के दोषी कर्मचारियों पर संज्ञान लेने और बिजली आपूर्ति बढ़ाने की गुहार लगाई है। मामला संज्ञान में नही है : विवेक सांगवान
जब इस मामले में सब स्टेशन के उपमंडल अभियंता विवेक सांगवान से बात की तो उन्होंने मामला संज्ञान में नहीं होने की बात कही है। दुर्व्यवहार करने के बारे में उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो उसकी ऑडियो क्लिप भेजें, कार्यवाही की जाएगी।