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10 महाविद्या यज्ञ का आज नौवीं के दिन होगा समापन

कुसमेश्वर महादेव मंदिर में गुप्त नवरात्रि के उपलक्ष्य में चल रहे 10 महाविद्या यज्ञ के अष्टम (आठवें) दिन मां बंगलामुखी की विशेष पूजा पाठ अर्चना की गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 07:24 AM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 07:24 AM (IST)
10 महाविद्या यज्ञ का आज नौवीं के दिन होगा समापन
10 महाविद्या यज्ञ का आज नौवीं के दिन होगा समापन

जागरण संवाददाता, भिवानी : भारत माता सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा कुसमेश्वर महादेव मंदिर में गुप्त नवरात्रि के उपलक्ष्य में चल रहे 10 महाविद्या यज्ञ के अष्टम (आठवें) दिन मां बंगलामुखी की विशेष पूजा पाठ अर्चना की गई। मंदिर के महंत आचार्य माई महाराज ने कहा कि देवी के दस महाविद्या स्वरूप में से एक स्वरूप मां बगलामुखी का है। इन्हें पीताम्बरा और ब्रह्मास्त्र भी कहा जाता है। ये स्वयं पीली आभा से युक्त हैं और इनकी पूजा में पीले रंग का विशेष प्रयोग होता है। इनको स्तम्भन शक्ति की देवी माना जाता है।

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मंदिर के महंत माई ने बताया देवी के इस स्वरूप की उपासना करने से गंभीर से गंभीर बीमारी और शत्रुओं का नाश होता है। बात चाहे भारत-पाकिस्तान के युद्ध की रही हो या फिर राजसत्ता की लालसा की, देवी बगलामुखी के चरणों में दिग्गज नेताओं ने सिर झुकाया और मन मांगी मुरादें पाई हैं। उन्होंने बताया कि इनकी पूजा से भक्तों के भय दूर हो जाते हैं, शत्रुओं का नाश होता है तथा व्यक्ति को हर प्रकार की बाधा से मुक्ति मिल जाती है।

उन्होंने बताया कि माता बुरी शक्तियों का नाश करती हैं। देवी बगलामुखी दसमहाविद्या में आठवीं महाविद्या हैं। यह स्तम्भन की देवी हैं शत्रुनाश, वाकसिद्धि, वाद विवाद में विजय के लिए इनकी उपासना की जाती है। महंत ने बताया संस्कार किसी दुकान पर नहीं मिलता। संस्कार का मूल अर्थ है शुद्धिकरण। हमारे ऋषि-मुनियों ने मानव जीवन को पवित्र एवं मर्यादित बनाने के लिए संस्कारों का आविष्कार किया। धार्मिक ही नहीं विज्ञानिक ²ष्टि से भी इन संस्कारों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। संस्कार वह संस्कृति संस्कृत भाषा का शब्द है। उन्होंने बताया कि जो संस्कार मनुष्य की जाति और व्यवस्था के अनुसार किए जाने वाले धर्म कार्यों की प्रतिष्ठा करते हैं, वह संस्कार अपने घरों से अपने माता पिता व गुरु से ही प्राप्त होते हैं। मनुष्य को अपने संस्कारों से वंचित नहीं रहना चाहिए।

महंत ने बताया भारत माता सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा कुसमेश्वर माहदेव मंदिर में गुप्त नवरात्रि के उपलक्ष में चल रहे 10 महाविद्या यज्ञ का कल नौवीं के दिन समापन होगा। इस यज्ञ के मुख्य यजमान और पूर्ण आहुति देने के लिए इन्द्रेश कुमार राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य पहुंचेंगे। इस अवसर पर पंडित निरंजन शर्मा, महाराज श्याम दास, महाराज केशव नाथ, खजानची लाल मित्तल, कमल जैन, ज्योति मित्तल, प्रदीप कानोडिया, कीर्ति शेखावत, आचार्य आशीष कुमार, पंडित सौम्य चौमाल व शहर गणमान्य वयक्ति और भगतगण सहित अन्य उपस्थित थे।


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