सूरत ए हाल : गड्ढों में बदला जिला मुख्यालय का मुख्य मार्ग, आवागमन बाधित, हजारों परेशान
जागरण संवाददाता, बाढड़ा : बाढड़ा से दादरी जिला मुख्यालय जाने वाले एकमात्र मुख्य राज्य स्तरीय सड़
जागरण संवाददाता, बाढड़ा : बाढड़ा से दादरी जिला मुख्यालय जाने वाले एकमात्र मुख्य राज्य स्तरीय सड़क मार्ग सरकार की उदासीनता के चलते आवागमन के लिए पूरी तरह बाधित हो गया है। दिल्ली को राजस्थान से जोड़ने वाले इस सड़क मार्ग पर बाढड़ा से दादरी तक कई जगहों पर सड़क कम गड्ढे अधिक नजर आ रहे हैं। अपने गंतव्य तक पहुंचने वाले वाहन चालक जर्जरहाल सड़क से गुजरने की बजाय गांवों के कच्चे रास्ते से गुजर रहे हैं।
दिल्ली से जयपुर को जोड़ने वाला यह मार्ग झज्जर, दादरी, लोहारू से होकर गुजरता है। मौजूदा समय में इसके नवीनीकरण के लिए लगभग दो सौ करोड़ की राशि भी जारी हो चुकी है लेकिन सरकारी उदासीनता से सारा मामला अधर में लटका हुआ है। इस सड़क मार्ग पर आठ से ज्यादा गांवों में पहाड़ खनन या स्टोन क्रेशर संचालित होने से इस मार्ग पर प्रतिदिन गुजरने वाले हजारों वाहनों की जगह अब केवल डंपर ही डंपर नजर आ रहे हैं। वाहन चालक गहरे गड्ढों से बचने के लिए बेरला, झोझू, कलियाणा, आदमपुर से दादरी, भिवानी, डोहका जुई, बरसाना, डोहकी इत्यादि गांवों से होकर अपने स्थान पर पहुंच रहे हैं।
दैनिक यात्री विजय श्योराण, रमेश कुमार, मंजीत सैन इत्यादि ने बताया कि बाढड़ा उपमंडल सहित जिले के हजारों ग्रामीणों को अपने काम से दादरी कोर्ट, अस्पताल व अन्य कार्यों के अलावा दिल्ली, राजस्थान इत्यादि का सफर करना पड़ता है। प्रदेश सरकार बार-बार इस सड़क मार्ग के नवीनीकरण के लिए खर्च करने का दम भरती है लेकिन धरातल पर आज सड़क मार्ग को पांच किलोमीटर तक भी प्रयोग नहीं किया जा सकता।
इस मार्ग के निर्माण को लेकर सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने दो दिन पूर्व ही सांसद धर्मबीर ¨सह, विधायक सुख¨वद्र मांढी के सामने इस मामले को उठाया था। उन्होंने जल्द ही समाधान करवाने का आश्वासन दिया है। सड़क निर्माण कंपनी के ठेकेदार राजबीर फरटिया ने बताया कि निर्माण की सभी कागजी कार्यवाह पूरी हो चुकी हैं। लेकिन एक फाइल वन विभाग के पास लंबित है। जिस दिन वह पूरी कर दी जाएगी उसी दिन से निर्माण कार्य को युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया जाएगा। सेना के लिए महत्वपूर्ण है मार्ग
दिल्ली से जयपुर तक के सड़क मार्ग सेना के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। दिल्ली से राजस्थान की पाक सीमा तक सेना के जवानों या रसद सामग्री को अति शीघ्र पहुंचाने के लिए यह सड़क मार्ग मील का पत्थर माना जाता है। इस सड़क मार्ग के सेना में सहयोग के अलावा पर्यटन की दिशा में भी इसका सबसे अधिक प्रयोग होता है। दिल्ली से उत्तरी भारत के शिक्षा हब पिलानी, सीकर या कई धार्मिक स्थलों से जुड़ाव रखने वाले मार्ग पर प्रतिदिन पर्यटकों के वाहनों का आवागमन होता है। महज बयानबाजी : सतपाल
प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान ने कहा कि मौजूदा सरकार सड़क बिजली पानी, स्वास्थ्य या कृषि सुविधाओं में सुधार करने की बजाए खोखली ब्यानबाजी कर रही है। दादरी बाढड़ा सड़क मार्ग पर मामूली बरसात से ही दस दिन तक जाम हो जाता है। सरकार बाजरा खरीद के लिए दादरी मंडी व किसी भी आपात स्थिति में मरीज भी दादरी जिला मुख्यालय लाने का दबाव बना रही है। सरकार की जनविरोधी नीतियों से आमजन का सरकार से पूरी तरह मोहभंग हो चुका है। जल्द शुरू होगा निर्माण
भिवानी-महेन्द्रगढ़ लोकसभा के सांसद धर्मबीर ¨सह व विधायक सुख¨वद्र मांढी ने केनाल विश्रामगृह में आयोजित बैठक में बताया कि दादरी लोहारू सड़क मार्ग के मौजूदा स्तर में सुधार के लिए पहली बार लगभग सौ किलोमीटर की योजना पर 187 करोड़ की भारी भरकम धनराशि जारी कर कंपनी को निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है। झज्जर से बिलावल तक फोरलेन के अलावा सारे सड़क मार्ग के नवीनीकरण व विस्तारीकरण पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। इसका निर्माण जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।