अनुसूचित जाति के छात्रों को नहीं मिल रही स्कालरशिप
अनुसूचित जाति के स्कालर्स को एक निजी महाविद्यालय की खामियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। गांव बड़वा स्थित इस महाविद्यालय के 44 छात्रों को विगत 3 साल से अपने स्कालरशिप का बेसब्री से इंतजार है और इसके लिए विद्यार्थियों ने सीएम विडो से लेकर ट्विटर के माध्यम से दिलवाने की गुहार करते रहे हैं। बावजूद इसके करीब साढ़े 18 लाख रुपए उच्चतर शिक्षा निदेशालय विद्यार्थियों के खाते की में डालने की स्थिति में नहीं है। सीएम विडो ट्विटर के माध्यम से मांगी गई जानकारी में पता चला है कि कालेज प्रशासन ने विद्यार्थियों के अवार्ड रोल आधे अधूरे भेजकर इस स्कालरशिप राशि को लटकाए हुए हैं।
संवाद सहयोगी, बहल : अनुसूचित जाति के स्कालर्स को एक निजी महाविद्यालय की खामियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। गांव बड़वा स्थित इस महाविद्यालय के 44 छात्रों को विगत 3 साल से अपने स्कालरशिप का बेसब्री से इंतजार है और इसके लिए विद्यार्थियों ने सीएम विडो से लेकर ट्विटर के माध्यम से दिलवाने की गुहार करते रहे हैं। बावजूद इसके करीब साढ़े 18 लाख रुपए उच्चतर शिक्षा निदेशालय विद्यार्थियों के खाते की में डालने की स्थिति में नहीं है। सीएम विडो ट्विटर के माध्यम से मांगी गई जानकारी में पता चला है कि कालेज प्रशासन ने विद्यार्थियों के अवार्ड रोल आधे अधूरे भेजकर इस स्कालरशिप राशि को लटकाए हुए हैं। महाविद्यालय के पूर्व छात्र अमर सोलंकी ने मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री तथा उच्चतर शिक्षा निदेशक से स्कालरशिप दिलाने की मांग की है। जिसके जवाब में निदेशालय ने कालेज प्रशासन से विद्यार्थियों के अवार्ड रोल दुरुस्त कर भेजने तथा मामले की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक भिवानी को भी लिखा है। इसको लेकर प्रभावित छात्रों ने एक से अधिक बार उच्चतर शिक्षा निदेशालय तथा सीएम विडो के माध्यम से स्कालरशिप नहीं मिलने की जानकारी प्राप्त की है। हाल ही में कस्बे के अमर सोलंकी ने अपनी स्कालरशिप हासिल करने के लिए निदेशक उच्च शिक्षा विभाग को शिकायत भेज जानकारी हासिल की तो पता चला है कि संबंधित कालेज ने 2018-19 बेच के छात्रों की स्कालरशिप के लिए कालेज प्रशासन ने आधे अधूरे अवार्ड रोल भेज स्कालरशिप पर ब्रेक लगवा रखें हैं। जबकि कालेज प्रशासन विद्यार्थियों के अवार्ड रोल पूरे भेजने की बात कहता है। शिक्षा निदेशालय की रिपोर्ट मांगें जाने के बावजूद कालेज प्रशासन ने अभी तक छात्रों के अवार्ड भेजने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। कालेज के पूर्व छात्र अमर की शिकायत के एवज में 9 नवंबर को भेजी शिकायत में निदेशक महानिदेशक उत्तर शिक्षा विभाग पंचकूला ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक भिवानी को भी पत्र जारी करते हुए मामले की जांच करने का निर्देश किया है। वहीं वर्ष 2018-19 टैगोर शिक्षा कालेज बड़वा में एमएड के 3, बीएड के 23 तथा डीएड के 18 के विद्यार्थियों ने अपनी स्कालरशिप के लिए आवेदन किया था। जिसकी राशि करीब 18 लाख 50 हजार रुपए होती है और यह राशि उच्चतर शिक्षा निदेशालय के मुताबिक कालेज की खामियों के चलते रुकी पड़ी है।