सड़कों, कालोनियों पर बेसहारा पशुओं का कब्जा, शहर को स्ट्रे कैटल फ्री बनाने का दावा बेमानी
जागरण संवाददाता चरखी दादरी दादरी शहर की सड़कों कालोनियों में इन दिनों बेसहारा पशु
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी शहर की सड़कों, कालोनियों में इन दिनों बेसहारा पशुओं का खूब जमावड़ा है। ये पशु सड़कों पर जाम के साथ-साथ हादसों का भी कारण बन रहे हैं। इसके साथ-साथ शहर को स्ट्रे कैटल फ्री बनाने के प्रशासनिक दावे फेल नजर आ रहे हैं।
धुंध के मौसम में दृश्यता कम होने के कारण ये पशु चालकों को दिखाई नहीं देते, जिस कारण हादसे ज्यादा हो रहे हैं। सड़कों पर इन बेसहारा पशुओं के जमावड़े से स्थानीय लोगों के साथ साथ राहगीरों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि दादरी नगर के मुख्य मार्ग बस स्टैंड रोड, रोहतक रोड, डा. भीमराव आंबेडकर चौक, मैन बाजार, रेलवे रोड, कालेज रोड, ढाणी फाटक के साथ-साथ शहर के अंदरूनी हिस्सों में ये बेसहारा पशु घूमते दिखाई देते हैं। दादरी के बाईपास पर भी काफी संख्या में घूम रहे हैं। रात के अंधेरे में ये पशु अचानक वाहनों के सामने आने से दुर्घटनाएं होती हैं। सर्दियों के मौसम में काफी धुंध पड़ने से भी ये पशु दिखाई नही देते और वाहनों का संतुलन बिगड़ जाता है। शहर में ये सड़कों के बीच खड़े हो जाते हैं। जिसके कारण जाम की स्थिति भी बन जाती है। दादरी के बाजारों में अतिक्रमण तथा वाहन खड़े होने की वजह से पहले से ही जाम जैसी स्थिति रहती है। बेसहारा पशु रास्ते में आने से समस्या और भी बढ़ जाती है। वाहनों को पहुंचाते हैं नुकसान
कई बार ये बेसहारा पशु सड़कों के किनारे खड़े वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर देते हैं। रोड के बीच में ये आपस में लड़ पड़ते हैं। इस दौरान राहगीरों को भी चोटिल कर देते हैं। ये पशु स्थानीय दुकानदारों के बाहर रखे सामान को भी तोड़ देते हैं। जिसके कारण दुकानदारों को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। शहर की सुंदरता को कर रहे धूमिल
बेसहारा पशु शहर में रखे कूड़ेदानों में मुंह मारते रहते हैं। जिसके कारण कूड़ा कर्कट सड़कों पर बिखर जाता है। इसके अलावा यह सड़कों पर गोबर कर देते है जो गंदा लगता है तथा शहर की सुंदरता को ग्रहण लगा रहे हैं। कई बार देखने में आता है कि कूड़ों के ढेर पर इन पशुओं का जमावड़ा रहता है। जब सफाई कर्मी आते हैं तो काफी संख्या में ये पशु खड़े होने से वे सफाई नहीं कर पाते। यहां एकत्रित कूड़ा ये पशु जगह-जगह बिखरा देते हैं। यह कूड़ा फिर वाहन इत्यादि के आवागमन के चलते पूरे बाजार में फैल जाता है। प्रशासन कई बार चला चुका है मुहिम
प्रशासन द्वारा शहर को स्ट्रे कैटल फ्री बनाने के उद्देश्य से समय-समय पर इन बेसहारा पशुओं को पकड़ने का अभियान चलाया जाता है। कई बार इन पशुओं को पकड़ कर नंदीशाला में भेजा जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी शहर में ऐसे पशुओं की संख्या कम नहीं हो रही है। हर चौक, चौराहे और गली में ये पशु घूमते देखे जा सकते हैं।