रेवाड़ी-हिसार नया नेशनल हाइवे लाएगा जिले के विकास में तेजी, तोशाम पर बनेगा बाइपास
जागरण संवाददाता भिवानी जिले के विकास के लिए नए-नए काम तेजी से चल रहे हैं। उसी के तहत
जागरण संवाददाता, भिवानी : जिले के विकास के लिए नए-नए काम तेजी से चल रहे हैं। उसी के तहत एक प्रोजेक्ट है रेवाड़ी-हिसार नेशनल हाइवे। इसकी सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी हैं। डीपीआर तक तैयार है। उस प्रोजेक्ट के तहत जिले के महत्वपूर्ण क्षेत्र तोशाम के ऊपर से बाइपास का निर्माण भी किया जाएगा। बताया जाता है यह करीब पांच किलोमीटर लंबा होगा। इस नेशनल हाइवे के निर्माण से हिसार औद्योगिक क्षेत्र से चलने वाला माल सीधा रेवाड़ी, दिल्ली, जयपुर जा सकेगा। यह एक अलग तरह का कोरिडोर बनेगा जो आम आदमी को फायदा पहुंचने के साथ औद्योगिक क्षेत्र को फायदा देगा। अब सभी इसके बजट जारी होने का इंतजार कर रहे हैं।
केंद्रीय परिवहन मंत्रालय की तरफ से करीब चार वर्ष पूर्व 175 किलोमीटर राजमार्ग बनाने पर सहमति बनी। उसको बनाने के लिए डीपीआर बनवाने का काम शुरू हुआ। सर्वे में रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, सतनाली, बाढड़ा, जुई, कैरू, तोशाम से होते हुए उसे हिसार से जोड़ा गया। यह हाइवे सीधा नेशनल हाइवे 9 के साथ जोड़ा जाएगा। विभाग के अधिकारियों ने इसकी डीपीआर बनाकर जमा करवा दी गई लेकिन उसका बजट जारी नहीं हुआ। इस प्रोजेक्ट का जिले का काफी फायदा होना है। इसमें तोशाम पर बाइपास का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा जुई, कैरू क्षेत्र को भी फायदा होगा।
क्या है प्रोजेक्ट का मकसद
175 किलोमीटर इस नेशनल हाइवे के निर्माण का मकसद आम आदमी को बेहतर सुविधा देने के साथ उद्योगों को बढ़ावा देना है। रेवाड़ी में औद्योगिक क्षेत्र काफी बड़ा है। उसके साथ गुरुग्राम, भिवाड़ी आदि क्षेत्र में उद्योग लगे हुए है। इसके दूसरे छोर हिसार में भी मैग्नेट शहर हैं। यहां से काफी माल बनकर जयपुर, दिल्ली, रेवाड़ी व अन्य राज्यों में जाता है। साथ ही रेवाड़ी से काफी माल उद्योगों से पंजाब, राजस्थान, हिमाचल व अन्य जगह पर जाता है। इस नेशनल हाइवे के निर्माण से यह मार्ग हर किसी को बेहतर सुविधा देगा।
सांसद ने किए प्रयास
भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद धर्मबीर सिंह इस नेशनल हाइवे के निर्माण को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी से मिल चुके हैं। उनके प्रयास से इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ और फिर इसको सैद्धांतिक मंजूरी तक मिल गई। उसके बाद बजट पास नहीं हुआ तो यह शुरू हुई। सांसद की तरफ से इस मामले में केंद्रीय मंत्री से बातचीत भी दोबारा की गई और प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए प्रयास किए गए।
रेवाड़ी से माल बनकर पंजाब, हिमाचल आदि जगहों पर हिसार के रास्ते भेजा जा सकेगा। 175 किलोमीटर लंबे इस नेशनल हाइवे को बनाने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिली हुई है। विभाग की तरफ से अब बजट जारी होने का इंतजार है। इस प्रोजेक्ट के तहत तोशाम पर भी बाइपास बनाया जाएगा। इसके अलावा जुई, बाढड़ा, सतनाली, कनीना पर भी बाइपास बनेगा। इसका सीधा लाभ औद्योगिक घरानों के साथ आम आदमी को होगा।
- धर्मबीर सिंह, सांसद।