शुरुआत : भीम स्टेडियम में लौटने लगी रौनक, पहले दिन कम पहुंचे खिलाड़ी
बृहस्पतिवार को भीम स्टेडियम में अभ्यास की छूट दी गई है। खिलाड़ी अभ्यास के लिए बृहस्पतिवार को ही पहुंच गए। यहां शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चत रखने पर खेल प्रशिक्षक अलर्ट रहेंगे।
जागरण संवाददाता, भिवानी : लॉकडाउन में ढील के बाद बृहस्पतिवार को भीम स्टेडियम में अभ्यास की छूट दी गई है। खिलाड़ी अभ्यास के लिए बृहस्पतिवार को ही पहुंच गए। यहां शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चत रखने पर खेल प्रशिक्षक अलर्ट रहेंगे। सुबह 6 से 8 बजे तक ओर शाम के समय 4 से 7 बजे तक खेल प्रशिक्षक अभ्यास करा सकेंगे। स्टेडियम में आने की खिलाड़ी लॉकडाउन के बाद से इंतजार कर रहे थे। अब उनका इंतजार पूरा हो गया है। यहां लॉकडाउन से पहले 3500 से ज्यादा खिलाड़ी अभ्यास करने के लिए आते रहे हैं। आज से स्टेडियम में फिर से लौटेगी रौनक
खिलाड़ियों को खेलने अभ्यास करने की छूट के तहत स्टेडियम में सुबह खिलाड़ी दौड़ लगाते, शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए अभ्यास होता नजर आएगा। स्टेडियम में अभ्यास के दौरान इन नियमों की पालना होगी जरूरी :
- शारीरिक दूरी की पालना जरूरी होगी।
- खिलाड़ियों को अभ्यास कराने से पहले प्रशिक्षक अभिभावकों से सहमति लेंगे।
- अभ्यास करने को स्टेडियम आने वाले खिलाड़ी सैनिटाइजर की बोतल साथ लेकर आएंगे।
- प्रशिक्षक और खिलाड़ी मास्क लगाना सुनिश्चत करेंगे।
- प्रशिक्षक व खिलाड़ी तौलिया और पानी की बोतल साथ लेकर आएंगे।
- खिलाड़ियों को ग्रुप बना कर अभ्यास कराया जाएगा। एक ग्रुप में 18 से ज्यादा खिलाड़ी नहीं होने चाहिए।
- व्यक्तिगत खेल के लिए 10 खिलाड़ियों को अनुमति दी जाएगी। एक ग्रुप का एक घंटे अभ्यास कराया जाएगा।
- भीम स्टेडियम में अभ्यास का समय सुबह 6 से 8 और शाम को 4 से 7 बजे तक रहेगा।
- कुश्ती कबड्डी, हैंडबाल, बास्केटबाल जैसे बॉडी टच गेम नहीं होंगे।
- खिलाड़ियों का गर्मी से बचाव के लिए विशेष ख्याल रखा जाएगा।
- स्वीमिग पूल और जिम हाल बंद रहेंगे। स्टेडियम में खिलाड़ियों को शर्तो के साथ खेलने और अभ्यास की छूट
भीम स्टेडियम में खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए छूट गई है। लेकिन इस दौरान निर्धारित की गई शर्तों का पालन करना होगा। स्वीमिग पूल ओर जिम हाल बंद रहेंगे। बॉडी टच गेम नहीं होंगे। इसके अलावा निर्धारित शर्तों के अनुसार ही और खुद को सेफ रखते हुए खिलाड़ी अभ्यास कर सकते हैं और प्रशिक्षक अभ्यास करा सकते हैं। कोरोना जैसे संक्रमण से बचाव प्राथमिकता होनी चाहिए।
- कृष्ण ढांडा, जिला शिक्षा अधिकारी, भिवानी --सुरेश मेहरा--