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बलिदानी चंद्रभान साहू, अशोक कुमार के नाम पर किया रानीला के स्कूलों का नामकरण

फौज में भर्ती होना कोई रोजगार नहीं बल्कि देश की सबसे बड़ी सेवा है। जो सैनिक परिवार पिछली तीन पीढि़यों से राष्ट्रसेवा कर रहे हैं उनका हम जितना सम्मान करें उतना कम है। मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर बलिदानियों का ऋण कभी चुकाया नहीं जा सकता।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Aug 2022 12:12 AM (IST)Updated: Fri, 05 Aug 2022 12:12 AM (IST)
बलिदानी चंद्रभान साहू, अशोक कुमार के नाम पर किया रानीला के स्कूलों का नामकरण
बलिदानी चंद्रभान साहू, अशोक कुमार के नाम पर किया रानीला के स्कूलों का नामकरण

संवाद सूत्र, बौंद कलां (चरखी दादरी): फौज में भर्ती होना कोई रोजगार नहीं, बल्कि देश की सबसे बड़ी सेवा है। जो सैनिक परिवार पिछली तीन पीढि़यों से राष्ट्रसेवा कर रहे हैं, उनका हम जितना सम्मान करें, उतना कम है। मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर बलिदानियों का ऋण कभी चुकाया नहीं जा सकता।

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यह बात उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत गांव रानीला में बलिदानी चंद्रभान साहू और अशोक कुमार की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करने के बाद कही। गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का नाम वर्ष 1965 में भारत-पाक के युद्ध में शहादत देने वाले वीर जांबाज चंद्रभान साहू के नाम और गांव रानीला के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का नाम वर्ष 2000 में कारगिल की लड़ाई के दौरान प्राण न्यौछावर करने वाले अशोक कुमार तंवर के नाम से रखा गया है।

उपायुक्त ने सर्वप्रथम बलिदानी चंद्रभान साहू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। यहां से उन्होंने दोनों स्कूलों के विद्यार्थियों के साथ हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए तिरंगा झंडा यात्रा शुरू की। यात्रा के दौरान उपायुक्त ने बलिदानी अशोक कुमार की प्रतिमा को फूलमालाएं पहना कर प्रणाम किया। उन्होंने दोनों बलिदानियों की प्रतिमाओं पर अशोक कुमार की माता ब्रह्मा देवी व चंद्रभान साहू के भतीजे अजीत सिंह की माता को शाल व तिरंगा झंडा भेंट किया। स्कूल में दोनों बलिदानियों के परिवारों ने भी उपायुक्त श्यामलाल पूनिया को पगड़ी पहना कर व शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। रावमावि में तिरंगा यात्रा का समापन हुआ। बलिदान पार्क बनवाने का होगा प्रयास

उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने कहा कि वे गांव रानीला में बलिदान पार्क बनवाने के लिए पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 1998 में बलिदानी सिपाही गोपाल सिंह के नाम से भी किसी राजकीय शिक्षण संस्था का नाम रखने का वह अनुमोदन करेंगे। उन्होंने ग्रामवासियों व छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि वे 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों पर तिरंगा झंडा फहराएं। गांवों में सभी राशन की दुकानों पर राष्ट्र ध्वज उपलब्ध है। उपायुक्त ने कहा कि अपने अधिकारों को मांगने से पहले हमें देश के प्रति नैतिक कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। जल संरक्षण की शपथ दिलाई

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में उपायुक्त ने उपस्थित ग्रामवासियों व विद्यार्थियों को जल संरक्षण की शपथ दिलवाई। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में उपायुक्त ने छात्राओं से देश के बारे में सवाल पूछे और सही जवाब देने वाली छात्राओं को नकद पुरस्कार देकर उनका उत्साहवर्धन किया। इस मौके पर वयोवृद्ध शिक्षक व राष्ट्रपति से सम्मानित मा. रणधीर सिंह को उपायुक्त ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। दोनों राजकीय विद्यालयों में उपायुक्त ने पौधारोपण किया। पूर्व मुख्याध्यापक रामदेव शर्मा ने शहीद चंद्रभान साहू व अशोक कुमार के जीवन पर प्रकाश डाला। ये रहे मौजूद

इस मौके पर शिक्षा परियोजना अधिकारी कुलदीप फौगाट, कार्यकारी अभियंता सतेंद्र सांगवान, प्राचार्य अनिल शर्मा, प्राचार्य ओमसिंह, मा. महावीर, बिजेंद्र सिंह पीएसओ, भवानी सिंह, अजीत सिंह, निरंजन सिंह, पंचायत अधिकारी जयवीर फौगाट, आशीष तंवर, प्रमोद इत्यादि उपस्थित रहे।


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